मैरियन डायमंड, अल्बर्ट आइंस्टीन के मस्तिष्क का अध्ययन करने वाली न्यूरोसाइस्टिस्ट का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया । वे पहली न्यूरोसाइस्टिस्ट थी जिन्होंने यह बताया था की मस्तिष्क की रचना अनुभवों के साथ बदल सकती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले में एकीकृत जीव विज्ञान की प्रोफेसर, डायमंड का ओकलैंड में 25 जुलाई को निधन हो गया, विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को बताया।
डायमंड 1984 में प्रसिद्ध हुई जब उन्होंने आइंस्टीन के मस्तिष्क के संरक्षित स्लाइस की जांच की और पाया कि उसमे औसत व्यक्ति के मस्तिष्क की तुलना से अधिक सपोर्ट सेल हैं।
वह नियमित रूप से मस्तिष्क को समृद्ध करने वाली, मानसिक और शारीरिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करती थीं। उन्होंने 2014 में 87 वर्ष की आयु तक अनुसंधान और पढ़ाई जारी रखी और उसी उम्र में सेवानिवृत्त हुई।
डायमंड की ज़िन्दगी पर 2016 में एक डाक्यूमेंट्री फिल्म “माय लव अफेयर विद द ब्रेन – द लाइफ एंड साइंस ऑफ़ डॉ मारियन डायमंड” रिलीज़ की गयी थी।