महकमा अक़लीयती बहबूद ने शादी, तलाक़ और दीगर मसाइलों की अदालतों के बाहर यक्सूई को यक़ीनी बनाने के लिए मैरेज कौंसलिंग सेंटर के क़ियाम का फैसला किया है।
रीटायर्ड जज जनाब ई इस्माईल की सदारत में पाँच रुक्नी पैनल तशकील दिया गया जो शादी, तलाक़ और दीगर तनाज़आत की बाहमी यक्सूई के लिए फ़रीक़ैन को कौंसलिंग करेगा।
इस पैनल के अरकान में शफीक उर्रहमान मुहाजिर ऐडवोकेट, मुहसिना प्रवीण ऐडवोकेट, मुफ़्ती सादिक़ मुही उद्दीन फहीम, मुहम्मद रफ़ी उद्दीन (शरिया कौंसिल), मुहतरमा सबीहा सिद्दीक़ी (तंज़ीम बिंत हर्म) शामिल हैं।
नाज़िर क़ज़ा क़ाज़ी इकराम उल्लाह को कमेटी का कन्वीनर मुक़र्रर किया गया है। उन्हों ने कौंसलिंग सेंटर के लिए अलाहिदा ऑफ़िस के क़ियाम के इलावा डिस्ट्रिक्ट माइनॉरिटी वेलफ़ेयर ऑफ़िस हैदराबाद और रंगा रेड्डी का दौरा करते हुए अवामी मसाइल की समाअत की।