डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर और वज़ीरे ताअलीम के सिरी हरी ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्र शेखर राव के आशीर्वाद के सबब वो इस अहम ओहदा पर फ़ाइज़ किए गए हैं। अख़बारी नुमाइंदों से बात-चीत करते हुए के सिरी हरी ने कहा कि उन्हें इस ग़ैर मुतवक़्क़े इक़दाम की उम्मीद नहीं थी।
पार्लीयामेंट के एक रुक्न को डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर और तालीम का अहम क़लमदान तफ़वीज़ करना उन पर चीफ़ मिनिस्टर के एतेमाद को ज़ाहिर करता है। सिरी हरी ने कहा कि वो चीफ़ मिनिस्टर की तवक़्क़ुआत के मुताबिक़ महकमा तालीम की कारकर्दगी को बेहतर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि केजी ता पीजी मुफ़्त तालीम और तालीमी निज़ाम को बेहतर बनाने के सिलसिले में वो तवज्जा मर्कूज़ करेंगे। के सिरी हरी जो बुनियादी तौर पर लेक्चरर रह चुके हैं महकमा तालीम का क़लमदान सौंपे जाने पर काफ़ी ख़ुश हैं और उन का मानना है कि वो इस क़लमदान से मुकम्मल इंसाफ़ कर सकते हैं।
साबिक़ में तेलुगु देशम दौरे हुकूमत में वो महकमा बड़ी आबपाशी के वज़ीर रह चुके हैं। उन्हों ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर चन्द्र शेखर राव ने आइन्दा चार बरसों में हर घर को पानी की सरब्राही के मंसूबा पर अमल आवरी ना होने की सूरत में अवाम से वोट ना मांगने का एलान किया है जो उन की संजीदगी और जुर्रत का इज़हार है। उन्हों ने कहा कि टी आर एस हुकूमत अवामी हुकूमत है और चन्द्र शेखर राव हक़ीक़ी अवामी क़ाइद हैं।