तेलंगाना जय ए सी और तलबा-ए-जवाइंट एक्शन कमेटी में इख़तिलाफ़ात और दूरियां वाज़िह तौर पर देखने को मिलें।
मुस्तक़र महबूबनगर पर रियासती हुकूमत की तरफ से अमन रियाली की इजाज़त ना देने के ख़िलाफ़ एक अमन रियाली का एहतेमाम किया गया था जिस की इजाज़त महबूबनगर पुलिस ने दी थी।
तलबा जे ए सी की तरफ से निकाली गई रियाली मट्टूगुड्डा से होते हुए तेलंगाना चौराहा से होते हुए क्लाक टावर पहूँची जहां रियाली में शरीक तलबा ने शहीदाँ तेलंगाना की यादगारों पर फूल माला चढ़ाए ।
तलबा जे ए सी की रियाली जब आर एंड बी गेस्ट हाउज़ के करीब पहूँची तो जय ए सी के 20 अफ़राद ने भी इस रियाली में शामिल होने की कोशिश की जिस पर दोनों ग्रुपों के बीच बेहस-ओ-तकरार हुई तलबा जे ए सी ने जय ए सी क़ाइदीन पर ब्रहमी का इज़हार करते हुए कहा कि तेलंगाना के एलान पर कांग्रेस की तरफ से मुनाक़िदा जश्न तेलंगाना में जय ए सी क़ाइदीन क्यों शरीक हुए ? क्युंकि कांग्रेस ही तेलंगाना के हामियों और तलबा पर मुक़द्दमात दर्ज करचुकी है। जब तक ये मुक़द्दमात वापिस नहीं लिये जाते कांग्रेस की ताईद यह दोस्ती बेमानी है । लिहाज़ा आप इस रियाली में शरीक ना हूँ। जय ए सी की रियाली तेलंगाना चैरासत्ते तक महिदूद होगई। जबकि तलबा जे ए सी की भारी रियाली क्लाक टावर पर शहीदां तेलंगाना की यादगारों पर ख़त्म हुई। तलबा जे ए सी रियाली की क़ियादत प्रदीप रेड्डी , सुदीप रेड्डी , उम्रवय , गौतम ने की जबकि जय ए सी रियाली की क़ियादत राम कृष्णा गौड़ , बेकम जनार्धन , अवाम कृष्णा राव ने की।।