लोकसभा इंतेखाबात में भारतीय जनता पार्टी के हाथों शर्मनाक हार झेल चुकी काँग्रेस और एनसीपी की हुकूमत ने सरकारी नौकरियों में मुसलमानों के लिए 5 फीसद रिजर्वेशन तय कर दिया है | मराठियों के लिए महफूज़ ओहदों की तादाद 16 फीसदी कर दी गई है | विधानसभा इंतेखाबात के ठीक पहले किए गए इस फैसले का इन तबको पर कितना असर पड़ा यह तो इंतेखाबात के नतीजे आने के बाद ही पता लग सकेगा |
इस बात पर काफी दिन से चर्चा हो रही थी कि मराठियों को रिजर्वेशन दिया जाए | कांग्रेस-एनसीपी हुकूमत ने जब मराठियों को रिजर्वेशन देने की बात की तो मुस्लिम मआशरे की तरफ से भी रिजर्वेशन की मांग उठी थी | हुकूमत ने दोनों ही तब्को को रिजर्वेशन दे दिया है |
वैसे रिजर्वेशन के लिए बनाई गई खुसूसी कमेटी के चीफ और रियासत के वज़ीर सनअत नारायण राणे ने मराठों को 20 फीसदी रिजर्वेशन का तयक्कुन दिया था | मराठाओं की सामाजी इक्तेसादी हालात का मुताअला करने के लिए बनाई गयी खुसूसी कमेटी के चीफ और वज़ीर नारायण राणे ने तकरीबन 10 दिन पहले कहा था कि 20 फीसदी रिज्र्वेशन देने का फैसला किया गया है |
रियासत में तकरीबन 30 फीसदी मराठा की आबादी है | राणे ने कहा था कि हमने रियासत के 5 लाख खानाद के 18.5 लाख मराठा लोगों की इक्तेसादी हालात का सर्वे किया था , रियासत में इस वक्त दिगर मआशरे के रिजर्वेशन 50 फीसदी तक हैं | गौरतलब है कि इस साल के आखिर तक रियासत में विधानसभा के इलेक्शन होने वाले हैं |
गुजश्ता 15 साल से रियासत में कांग्रेस और एनसीपी की इत्तेहाद वाली हुकूमत है|