क़ाइद अप्पोज़ीशन तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसिल मुहम्मद अली शब्बीर ने महिकमा क़ानून के 178 जायदादों के तक़र्रुत में सिर्फ़ 6 मुस्लिम वुकला को नामज़द करने पर तशवीश का इज़हार करते हुए चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव को मकतूब रवाना करते हुए मुसलमानों से होने वाली नाइंसाफ़ियों का अज़ाला करने का मुतालिबा क्या।
असेंबली के अहाते में प्रेस कांफ्रेंस से ख़िताब करते हुए मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अप्पोज़ीशन का तामीरी रोल अदा कररही है। हुकूमत पर तन्क़ीद बराए तन्क़ीद करने का कोई इरादा नहीं रखती। टी आर एस ने अपने चुनाव मंशूर में मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने का वादा किया था ताहम 10 माह के दौरान मुसलमानों से किए गए वादे को पूरा करने के लिए कोई संजीदा कोशिश नहीं की गई।
हाईकोर्ट और तहत की अदालतों में गर्वनमेंट प्लैडरस के 28 जायदादों के तक़र्रुत में सिर्फ़ एक मुस्लिम 57 स्टेट गर्वनमेंट प्लैडरस के तक़र्रुत में सिर्फ़ 3 मुस्लिम और 64 स्टैंडिंग कौंसिल के तक़र्रुत में सिर्फ़ 2 मुस्लिम वुकला का तक़र्रुर करते हुए मुस्लिम वुकला से मुकम्मिल नाइंसाफ़ी की गई है।
मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि इन तक़र्रुत में तहफ़्फुज़ात पर अमल आवरी का कोई लज़ूम नहीं है। तक़र्रुत के लिए चीफ़ मिनिस्टर को मुकम्मिल इख़्तयारात हैं। मुस्लिम वुकला को ज़्यादा से ज़्यादा नुमाइंदगी दी जा सकती थी ताहम चीफ़ मिनिस्टर ने इन तक़र्रुत के ज़रीये अपनी तंगनज़री का सबूत दिया है।
सारे तेलंगाना में मुसलमानों का तनासुब 14 फ़ीसद है। जबके हैदराबाद में मुसलमानों का तनासुब 41.2 फ़ीसद है। बावजूद इस के ग्रेटर हैदराबाद मुंसिपल कारपोरेशन और एच एम डी ए में एक भी मुस्लिम स्टैंडिंग कौंसिल मौजूद नहीं है। क़ाइद अप्पोज़ीशन मुहम्मद अली शब्बीर ने अदलिया के तक़र्रुत में मुसलमानों को सिर्फ़ 3.37 फ़ीसद नुमाइंदगी देने का दावा करते हुए कहा कि कम अज़ कम 4 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात पर भी अमल आवरी नहीं की गई है।
इस से अंदाज़ा होता हैके चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव मुसलमानों को12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के मुआमले में संजीदा नहीं हैं। उनके क़ौल-ओ-फे़ल में तज़ाद पाया जाता है। उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर जिस महफ़िल में जा रहे हैं वहां मौजूद मज़ाहिब और तबक़ात के अफ़राद को ख़ुश करने के लिए बुलंद बाँग दावे कररहे हैं लेकिन जब इस पर अमल आवरी का वक़्त आता है तो तमाम वादों, एलानात वग़ैरा को फ़रामोश करते हुए अवामी जज़बात को ठेस पहूँचा रहे हैं। जिस की कांग्रेस पार्टी सख़्त मज़म्मत करती है।