दहशतगर्द तंज़ीम इस्लामिक स्टेट ने मंगलके रोज़ नया वीडियो जारी कर जॉर्डन के यरगमाल पायलट मुआद अल कस्साबेह को जिंदा जलाने का दावा किया है। जॉर्डन ने पायलट के मारे जाने की तस्दीक की।
हालांकि जॉर्डन ने कहा कि आईएस तीन जनवरी को ही पायलट का क़त्ल कर चुका है। वीडियो में एक शख्स पिंजडे में तेल की लाइन पर खडा दिखाई दे रहा है। इस पिंजडे में आग लगा दी जाती है और शख्स जलने लगता है। 22 मिनट के वीडियो का आखिरी लम्हा पायलट माउज अल-कसास्बेह के क़त्ल से होता है।
गुजश्ता साल दिसंबर में शुमाली मशरिकी सीरिया में आईएस के खिलाफ मुहिम के दौरान कस्साबेह का फाइटर प्लेनक्रैश हो गया था।
इसके बाद आईएस के दहशतगर्दों ने उसे यरगमाल बना लिया था।
यरगमाल पायलट को रिहा करने के बदले आईएस ने एक इराकी कैदी को रिहा करने की मांग रखी थी। साजिदा मुबारक नाम की यह दहशतगर्द खातून इस वक्त जॉर्डन की एक जेल में बंद है। मांग पूरी न होने पर उसने पायलट को जिंदा जला दिया। जिस खातून को रिहा करने की मांग आईएस ने रखी, उसे बेहद खूंखार माना जता है। 2005 में जॉर्डन की दारुल हुकूमत अम्मान के एक पांच सितारा होटल में एक ब्लास्ट किया गया था। जिसमें 60 लोगों की जान गई थी।
इस हमले का मास्टर माइंड साजिदा का शौहर अली हुसैन अल शमारी था। कहा जाता है कि साजिदा भी उस खुदकश दस्ते में शामिल थी, लेकिन आखिरी वक्त में साजिदा की धमाका खेज़ बेस्ट खराब हो गई और पुलिस ने उसे जिंदा ही पकड लिया। साजिदा तभी से जॉर्डन की जेल में है।