नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सेना की ओर से मानव ढाल घटना में कथित मानवाधिकार उल्लंघन शिकायत का नोट लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने रक्षा मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है। इस घटना के संबंध में कार्रवाई के संबंध में विवरण बताने के लिए कहा गया है। भुवनेश्वर के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने आयोग से शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया किया कि सेना ने एक व्यक्ति को जीप से बांधकर पत्थरबाज़ी करने वालों से उसे मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया और यह मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है।
यह घटना जम्मू-कश्मीर के जिला बडगाम में इस साल अप्रैल में हुई थी। शिकायतकर्ता अखंड सियोल समाज मंच कृपया मानवाधिकार ने कहा कि अप्रैल के मध्य में आयोग से फिरे और इस घटना के संबंध में पत्र पेश किया जाए। इसके बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने भी आयोग से इस घटना के नोट लेने की इच्छा की थी।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के मुताबिक पिछले महीने शिकायत पर आधारित पत्र संबंधित अधिकारियों को रवाना करते हुए चार सप्ताह कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने की हिदायत दी गई। आयोग के सचिव रक्षा मंत्रालय को जारी पत्र में कहा गया कि वह चार सप्ताह कार्रवाई रिपोर्ट पेश करे।
सैफुद्दीन सोज की शिकायत भी चूंकि इसी मामले से संबंधित थी इसलिए कांग्रेस नेता भी आयोग ने सूचित किया कि संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर दी गई है। मेजर लयतल गोगोई ने बडगाम निवासी फारूक अहमद को जीप से बांध दिया और पत्थरबाज़ी करने वालों के खिलाफ ढाल के रूप में इस्तेमाल किया था।
सोशल मीडिया पर वीडियो में दिखाया गया है कि 9 अप्रैल को जब श्रीनगर लोकसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव हो रहे थे, अहमद को सैन्य वाहन से बांधा गया है। इस घटना पर जनता ने तीव्र आक्रोश व्यक्त किया जिस पर सेना ने जांच शुरू की।