लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के परिवार द्वारा संचालित इटावा के चार कालेजों को चुनावी मुद्दा बना दिया है। जहां जाती हैं इसपर जरूर बोलती हैं। उनका कहना है कि इन कालेजों पर मुख्यमंत्री के विवेकाधीन कोष को गलत ढंग से खर्च किया जा रहा है। बसपा की सरकार आने पर इसकी जांच कराई जाएगी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पर निशाना साधते हुए इटावा के चरण सिंह डिग्री कालेज को सरकारी नियंत्रण में लेने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी धन से चल रहे इटावा कालेज को टेकओवर कर लेना चाहिए। यह कालेज सपा परिवार की जागीर बन गया है। इटावा के कालेज सपा परिवार का एक ट्रस्ट चलाता है। इसके लिए 2003 में सपा सरकार ने आकस्मिक निधि से 100 करोड़ रुपये की सहायता दी थी। इसके आलावा अन्य सरकारी सहायता भी दी गई थी।
मायावती का कहना है कि बसपा सरकार बनेगी तो आकस्मिक निधि और मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष की जांच कराई जाएगी। दोषी जेल भेजे जाएंगे। सपा सरकार में सरकारी धन रेवड़ी की तरह चहेतों में बांटी जा रही हैं। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष का गलत इस्तेमाल हो रहा है। नियमों को ताक पर रखकर सरकारी धन के उपयोग से संबंधित प्रमाणपत्र लेने में अनियमितता बरती जा रही है। बसपा कार्यकाल में ऐसे मामलों की जांच हुई थी। कई जिलों में एफआइआर भी कराई गई। मगर सरकार बदलते ही घपले के सरे आरोपी जेल से बाहर आ गए। बसपा की सरकार आने पर आकस्मिक निधि और विवेकाधीन कोष आदि के पक्षपातपूर्ण इस्तेमाल की जांच कराई जायेगी और दोषी जेल में होंगे।