पटना: शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के परिवार ने उनके खिलाफ बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती द्वारा की जातिवादी टिप्पणियों पर आपत्ति जतायी है बसपा सुप्रीमो ने कन्हैया को ऊँची जाति और दलित विरोधी का कहा था |
मायावती ने लखनऊ में बी आर अम्बेडकर की जयंती के एक समारोह में बोलते हुए कहा था कि कन्हैया एक दलित नहीं है, वह दलित विरोधी है। उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि कन्हैया भूमिहार और ऊपरी जाति के हैं और उन्होंने दलितों को गुमराह किया है |
मायावती ने दलितों की अपील की वे कन्हैया के पीछे न चलें वह वाम दलों की एक कठपुतली है और गरीबी से लड़ने के लिए अम्बेडकर के विचार के बारे में बात करता है
कन्हैया के माता-पिता – मां मीना देवी और उसके पिता जयशंकर सिंह – उसे जाति के नजरिए से हमला करने के लिए मायावती की आलोचना की है।
उन्होंने कहा “हमारा बेटा अन्याय, दमन के खिलाफ और वंचित तबक़े की वजह से लड़ रहा है । उसको दलित विरोधी के रूप में प्रचारित करना बिलकुल गलत है। वह बहुत ज्यादा दलित समर्थक है |
कन्हैया छोटे भाई प्रिंस कुमार जो बिहार के बेगूसराय जिले के अपने गांव में माता-पिता के साथ रहता है, ने कहा कि “हमें मायावती द्वारा की गयी जातिवादी टिप्पणी पर बहुत ज़्यादा आपत्ति है दलितों के लिए और उनके उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने के लिए दलित होना आवश्यक नहीं है। कन्हैया न्याय के लिए और अन्याय के खिलाफ लड़ रहा है” |
प्रिंस कुमार ने कहा कि मायावती ने एक राष्ट्रीय नेता है, और उन्हें अपने शब्दों और भाषा के बारे में सावधान रहना चाहिए।
कन्हैया के परिवार ने कन्हैया को मिल रही धमकियों के बारे में भी चिंता व्यक्त की।