सेहत महकमा ने 11 जूनियर डॉक्टरों को बरतर्फ करने के लिए रिम्स इंतेजामिया से नाम मांगा है। कहा है कि जिन 11 जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर हुई दर्ज है, उन्हें बरतर्फ किया जाएगा। इस बारे में एमसीआई को भी लिखा जाएगा। जुमेरात को सेहत महकमा के आला अफसरों की बैठक हुई। इसमें कहा गया कि कुछ जूनियर डॉक्टर बार-बार झगड़ा करते हैं। उन्हें रिम्स से हटा दिया जाए। सेहत महकमा ने रिम्स इंतेजामिया से उन 11 डॉक्टरों के बारे में होने वाले वाकियात और साबिक़ कारनामों के बारे में भी रिपोर्ट मांगी है।
रिम्स में सुधरी हालत
रिम्स में जुमेरात को तबी निज़ाम में सुधार हुआ। दोपहर के बाद इमरजेंसी और ओपीडी खुली। दूसरे जिलों के डॉक्टर रिम्स पहुंचने लगे। रिम्स के सीनियर डॉक्टरों ने भी मरीजों का इलाज किया। मगर मरीज अभी भी दहशत में हैं। जुमेरात को भी करीब 150 मरीजों ने रिम्स छोड़ दिया।
गर्ल्स जूनियर डॉक्टरों ने किया काम
रिम्स के मुखतलिफ़ विंग, खासकर इमरजेंसी और मेडिसिन में गर्ल्स जूनियर डॉक्टरों ने जुमेरात को काम शुरू किया। नर्सें भी ड्यूटी पर थीं। कुछ जूनियर डॉक्टर हॉस्टल छोड़कर फरार हो गए हैं, तो बाक़ी रिम्स अहाते में चहलकदमी करते रहे। किसी ने भी काम नहीं किया।