मुंबई: महाराष्ट्र के मालेगांव में 2006 में हुए बम ब्लास्ट के मामले में सभी 9 मुस्लिम आरोपियों को मुंबई की एक कोर्ट ने आखिर 5 साल की लम्बी मुद्दत के बाद बरी कर दिया है। फैसले के बाद ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा है की जिन ATS अधिकारियो ने बेगुनाह मुस्लिम लड़कों को फसाया उन पर मकोका के तहत कार्यवाही करे, साथ ही उन्होंने कांग्रेस और एनसीपी को भी कटघरे मे खड़ा करते हुए कहा है की ये दोनों पार्टी उन नौजवानों से माफ़ी मांगे ,अपनी सरकार रहते हुए इन्होने कभी मुसलमानों की बात नहीं मानी ओवैसी ने फण्डविस सरकार मुआवजा देने की भी अपील की है
बता दें कि 2006 के धमाके में मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और सरहद से जुड़ा बताया था। इस मामले में NIA ने इन लोगों को क्लीनचिट नहीं दी थी और डिसचार्ज का विरोध किया गया। इसमें से 9 आरोपी मुस्लिम थे पिछले दिनों NIA को इनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिल पाया जिस कारण यह रिहा हुए.Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
उल्लेखनीय है कि असीमानंद ने अपने इकबालिया बयान में सुनील जोशी का नाम लिया था । बताया जाता है कि सुनील जोशी ने इस हमले के बारे में कहा था कि उनके लड़कों ने यह काम किया था। बाद में सुनील जोशी की हत्या हो गई थी। पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। मुख्य आरोपी नुरुल ने एनडीटीवी से कहा कि हमें एटीएस ने जबरजस्ती गिरफ्तार किया और इकबालिया बयान लिया। वहीं, 2008 में हुए धमाके के मामले में ATS की जांच में अभिनव भारत संस्था का नाम सामने आया था। इस मामले में स्वामी असीमानंद, कर्नल पुरोहित सहित साध्वी प्रज्ञा सिंह को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की जांच जारी है।