लंदन: भारत के बैंकों से कर्ज लेकर विदेश जा चुके विजय माल्या को जल्द वापस लाने की भारत सरकार की कोशिशें तो पूरे जोर-शोर से कर रही है लेकिन उनकी सब कोशिशें नाकाम होती दिख रही है। सोमवार को ब्रिटेन ने कहा है कि माल्या का डिपोर्ट नहीं करा सकते है क्यूंकि हाई कमीशन को दिए गए एक नोट के जरिए ब्रिटेन ने जांच एजेंसियों को बताया गया कि वो विजय माल्या एनआरआई हैं और उनके पास 1992 से ब्रिटेन का रेजीडेंसी परमिट है। यह नहीं माल्या का नाम ब्रिटेन की वोटर लिस्ट में भी शामिल है। भारत सरकार को बताया गया कि हालांकि माल्या का पासपोर्ट रद्द हो गया है, लेकिन उनके पास यूके में रहने के लिए लीगल वीजा है। जबकि माल्या का डिप्लोमेटिक पासपोर्ट 24 अप्रैल को ही रद्द किया जा चुका है।