माज़ूर तलबा ने भी इस्लामी ख़त्ताती नुमाइश का मुशाहिदा किया

सियासत आर्ट गैलरी और सालार जंग म्यूज़ीयम कि तरफ से इस्लामी ख़त्ताती नुमाइश का मुशाहिदा करने वालों में जमात-ए-इस्लामी हैदराबाद के इदारा आईडीयल इन्फ़ार्मेशन ससेंटर बराए माज़ूरिन में ज़ेर-ए-तालीम तलबा की कसीर तादाद जिन में समाअत, बसारत और क़ुव्वत-ए-गोयाई से महरूम तलबा के अलावा दुसरे भी शामिल थे।

जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ां मैनेजिंग एडीटर सियासत ने इस्लामी ख़त्ताती की एहमीयत से वाक़िफ़ कराते हुए खासकर सूरा रहमान की तशरीह करते हुए नुमाइश के मुशाहिदा में तलबा की रहनुमाई की।

तलबा ने इस्लामी ख़त्ताती में दिलचस्पी का इज़हार किया जिस पर जनाब ज़हीर उद्दीन अली ख़ां ने ख़त्ताती की तर्बीयत के लिए सियासत की तरफ से इंतेज़ाम का यकीन दिया।

इस इदारे में तलबा को दिनी तालीम के अलावा असरी तालीम अंग्रेज़ी भी दी जाती है। दोपहर में कम्पयूटर की तालीम फ़राहम की जाती है। सरकारी स्कीम के तहत इन बच्चों को सहूलतें फ़राहम करने जमात-ए-इस्लामी के ज़िम्मा दारान कोशां रहते हैं।

इदारे में ज़ेर-ए-तालीम माज़ूर तलबा को सरकारी तहफ़्फुज़ात के तहत मिलने वाली मुलाज़मतों की फ़राहमी के लिए रहनुमाई की जाती है।

आज़मपूरा के क़रीब वाक़्ये इदारे में फ़िलवक़्त 120 तलबा-ओ- तालिबात ज़ेर-ए-तालीम हैं जिन्हें इशारों में तालीम दी जाती है। 40 ता 50 तलबा ने सियासत के इस्लामी आर्ट का मुशाहिदा करके खुशि का इज़हार क्या।

उनके साथ सेक्रेटरी सयद तब्रेज़ बख़शी, इर्फ़ान मुनियार, इशफ़ाक़-ओ-जनाब ग़ुलाम मुही उद्दीन मौजूद थे। सयद तब्रेज़ बख़शी ने बताया कि इदारा आई आई सी डी की तरफ से टोली चौकी में अनक़रीब नाबीना तलबा के लिए शाख़ क़ायम करने की कोशिश की जा रही है।