क़ाहिरा, 18 अक्तूबर(राईटर)मिस्र के माज़ूल सदर हसनी मुबारक के एक क़रीबी ताजिर को एक जज़ीरा अलबीदीह गै़रक़ानूनी तौर से फ़रोख़त करने के मुआमला में मलिक के साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म आतिफ़ उबैद के ख़िलाफ़ यहां इतवार को समाअत का आग़ाज़ हुआ।
1999 से 2004 तक मलिक के वज़ीर-ए-आज़म रहे मिस्टर उबीद साबिक़ वज़ीर-ए-ज़राअत यूसुफ़ वली और तीन दीगर अफसरान भी हुसैन सालिम नाम के ताजिर को जज़ीरा फ़रोख़त करने के मुआमला में मुल्ज़िम हैं।
मुल्ज़िमान की ग़ैरमौजूदगी में ही समाअत जारी है। तमाम पाँच आफ़िसरान अब तक इल्ज़ामात से इनकार करते रहे हैं। मुआमला की अगली समाअत 19 नवंबर को होगी। 6 एकड़ वाले जज़ीरे अलबीदीह जुनूबी मिस्र के मशहूर सयाहती मुक़ाम लक्सर के नज़दीक वाके है।
वो मुल्क में हुकूमत का तख़्ता पलटे जाने के बाद से ही मिस्टर मुबारक के दफ़्तर के तमाम अफसरान से वाबस्ता मशकूक मुआमलों की सख़्त छानबीन की जा रही है। बग़ावत के बाद स्पेन भाग गए मिस्टर उबीद को एक बीन अक़वामी वारंट की बुनियाद पर वहां जुलाई में गिरफ़्तार कर लिया गया था।