मिस्री वज़ारते ख़ारजा ने दो जज़ीरों की सऊदी अरब को फ़रोख़त के तारीख़ी दस्तावेज़ी सबूत जारी कर दिए हैं। इन दस्तावेज़ात में बताया गया है कि जज़ीरा तीरान और सनाफीर मुज़ाकरात के बाद सऊदी अरब के हवाले किए गए हैं।
इन दस्तावेज़ात में मिस्र, सऊदी अरब और अमरीका के भी कुछ तहरीरी सबूत शामिल हैं जिनमें ये ज़ाहिर किया गया है कि जज़ीरा तीरान और सनाफीर सऊदी अरब की मिल्कियत में दिए गए हैं। क़ाहिरा वज़ारते ख़ारजा का कहना है कि दोनों मज़कूरा जज़ीरों की सऊदी अरब को हवालगी आलमी क़वानीन के तहत अमल में लाई गई है।
तारीख़ी दस्तावेज़ात से भी ये साबित होता है कि इन दोनों जज़ीरों पर ममलकत सऊदी अरब ही का कंट्रोल रहा है। सन 1950 में मिस्र ने इन जज़ीरों पर इसराईली जारहीयत की रोक-थाम के लिए अपना कंट्रोल क़ायम किया था। मिस्र के कंट्रोल को सऊदी अरब की भी हिमायत हासिल थी।