नई दिल्ली, ०3 जनवरी (पी टी आई) आज़ादाना सहाफ़त के लिए हुकूमत के अज़म का इआदा करते हुए वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने मीडीया से ख़ाहिश की है कि वो सनसनीखेज़ ख़बरों से गुरेज़ के लिए इक़दामात करते हुए क़ौम को दरपेश हक़ीक़ी और अहम मसाइल पर तवज्जा मर्कूज़ करें।
उन्हों ने कहा कि इन की शख़्सी राय ये है कि हमारे मुल्क में आम तौर पर ये इत्तिफ़ाक़ राय पाया जाता है कि मीडीया पर किसी तरह का बैरूनी कंट्रोल नहीं होना चाहीए और ख़ुद उन की शख़्सी राय भी यही है। उन्हों ने कहा कि ख़ुद मीडीया को अपने तौर पर ऐसे रास्ते तलाश करना चाहीए जिस के ज़रीया वो बामक़सद और ग़ैर जांबदाराना तौर पर अपना काम अंजाम दे सके।
इस के इलावा सनसनीखेज़ ख़बरों को फैलाने से गुरेज़ करे। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह हिन्दी रोज़नामा दैनिक जागरण के बानी आँजहानी पौर्ण चन्द्र गुप्ता की याद में डाक टिकट की इजराई के लिए मुनाक़िदा तक़रीब से ख़िताब कररहे थें। उन्हों ने मीडीया के लिए किसी बैरूनी पाबंदी का इमकान मुस्तर्द करते हुए इस यक़ीन का इज़हार किया कि मुल्क में मीडीया ख़ुद अपने तौर पर मुख़्तलिफ़ बीमारीयों जैसे पेड न्यूज़ का ईलाज करसकता है।
उन्हों ने कहा कि जिस वक़्त हम ने आज़ादी हासिल की, तब से मुल्क भर में मीडीया के रोल के ताल्लुक़ से मुबाहिस जारी हैं और जिस अंदाज़ में मीडीया अपना काम कर रहा है, उसे देखते हुए उन्हें यक़ीन
है कि मुख़्तलिफ़ ख़ामीयों जैसे पेड न्यूज़ के ख़ातमा के लिए वो अज़खु़द इक़दामात करेगा और इस मक़सद में कामयाबी हासिल होगी। मनमोहन सिंह ने इस बात पर ख़ुशी का इज़हार किया कि मुल्क में मीडीया बड़ी हद तक आज़ाद और फ़आल है।
इस के साथ साथ उन्हों ने हिंदूस्तानी मीडीया पर ज़ोर दिया कि वो ऐसे उमूर को ज़्यादा से ज़्यादा पेश करने पर तवज्जा मर्कूज़ करे जो मुल़्क केलिए हक़ीक़ी मानी में एहमीयत के हामिल ही। उन्हों ने ये बात भी नोट की कि नई टैक्नोलोजी की बदौलत इलैक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडीया ने ग़ैरमामूली तरक़्क़ी की है और मुल़्क की जमहूरीयत के लिए ये एक अच्छी अलामत है। आज़ादी की हौसलाअफ़्ज़ाई और उम्र भर बे ख़ौफ़ी के साथ रिपोर्टिंग के लिए आँजहानी पौर्ण चंद्रन गुप्ता को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हुए उन्हों ने कहा कि इस तरह की सहाफ़त किसी भी जमहूरीयत के लिए एहमीयत की हामिल है।
मुल्क के अवाम को नए साल की मुबारकबाद पेश करते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि ये साल मुल्क में ख़ुशहाली और बेहतरी लाएगा। उन्हों ने आँजहानी गुप्ता को मुजाहिद आज़ादी, इन्क़िलाबी, सहाफ़ी और मुख़्तलिफ़ शोबा-ए-हियात का माहिर क़रार देते हुए कहा कि इन का ये भरपूर यक़ीन था कि हिंदूस्तानी ज़बानों में अख़बारात के ज़रीया अवाम के जज़बात-ओ-एहसासात की तर्जुमानी की जा सके।
इस तक़रीब में बी जे पी लीडर एल के अडवानी, मर्कज़ी वुज़रा जय राम रमेश, सचिन पाइलेट, जीवित्र अदित्या संध्या, उत्तराखड के चीफ़ मिनिस्टर बी सी खंडूरी और गवर्नर मध्य प्रदेश राम नरेश यादव ने भी शिरकत की। मर्कज़ी मिनिस्टर आफ़ स्टेट कम्यूनीकेशन ऐंड इन्फ़ार्मेशन टैक्नोलोजी सचिन पायलेट ने आँजहानी गुप्ता को ख़राज पेश करते हुए कहा कि उन्हों ने ज़िंदगी में कभी जमहूरी इक़दार और आज़ादाना सोच पर समझौता नहीं किया।
सदर नशीन, मैनेजिंग डायरेक्टरओमैनेजिंग एडीटर दैनिक जागरण महेन्द्र मोहन गुप्ता ने उन के वालिद की ख़िदमात को तस्लीम करने और यादगार टिकट जारी करने पर हुकूमत से इज़हार-ए-तशक्कुर किया। मोहन गुप्ता राज्य सभा के रुकन भी हैं। उन्हों ने कहा कि इन के वालिद हमेशा इस बात पर यक़ीन रखते थे कि मुल्क में बेदारी मुक़ामी ज़बानों में अख़बारात के ज़रीया ही पैदा की जा सकती है। उन्हों ने आँजहानी की आज़ादी की तहरीक का भी तज़किरा किया।
उन्हों ने बताया कि जागरण का पहला शुमारा 1942-ए-में झांसी से महात्मा गांधी की अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ शुरू की गई सियोल नाफ़रमानी तहरीक से मुतास्सिर होकर निकाला गया। चीफ़ एगज़ीक्यूटिव ऑफीसर-ओ-ऐडीटर ग्रुप संजय गुप्ता और पोलीटिक्ल एडीटर प्रशांत मिश्रा भी तक़रीब में मौजूद थें।