मुंबई हमला : ख़ातियों को कैफ़र किरदार तक पहूँचाने पर ज़ोर

ताजिकस्तान ने आज हिंदूस्तान का साथ देते हुए इस बार पर ज़ोर दिया कि पाकिस्तान में मुंबई दहश्तगर्द हमलों के मुक़द्दमा को जल्द इख़तताम तक पहुनचाया जाना चाहीए और इस तरह के जराइम की हौसला अफ़्ज़ाई करने वालों और उन के साथियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने पर ज़ोर दिया है ।

वज़ीर आज़मडा क्टर मनमोहन सिंह और ताजिकस्तान के सदर इमाम अली रहमानोफ़ ने आज नई दिल्ली में अहम इलाक़ाई और बैन उल-अक़वामी मसाइल पर तबादला ख़्याल किया और दोनों मुल्कों के माबेन बाहमी ताल्लुक़ात के मौक़िफ़ का जायज़ा लिया ।

दोनों क़ाइदीन ने बाहमी ताल्लुक़ात को हिक्मत-ए-अमली शराकत तक पहूँचाने का भी फैसला किया है । कहा गया है कि सयासी मआशी दिफ़ाई और इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी शोबों में ताल्लुक़ात को मज़ीद वुसअत(बढावा) दी जाएगी ।

दोनों मुल्कों ने कारोबार-ओ-तिजारत सेहत कल्चर स्पोर्टस और तालीम के शोबा जात से मुताल्लिक़ छः मुआहिदात पर भी दस्तख़त किए हैं। सदर रहमानोफ़ और उन्हों ने वस्त एशिया इलाक़ा की सूरत-ए-हाल के इलावा अफ़्ग़ानिस्तान की तब्दीलियों पर भी तबादला ख़्याल किया है ।

बाहमी इलाक़ाई और आलमी मसाइल पर दोनों मुल्कों के मौक़िफ़ में यकसानियत को वाज़िह करते हुए फ़रीक़ैन ने इस बात से इत्तिफ़ाक़ किया कि दोनों मुल्कों के वुज़राए ख़ारिजा (विदेश मंत्री)और दीगर वज़ारतें अपनी बाहमी मुशावरतों और बात चीत को जारी रखेंग ।

दोनों मुल्कों ने तिजारत मईशत साईंस-ओ-टैक्नालोजी के शोबा में मुशतर्का कमीशन के क़ियाम से इत्तिफ़ाक़ किया है ।