लंदन, 04 अप्रेल: लीबिया के महलूक लीडर मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की इकलौती दुख़तर को अम्मान में सयासी पनाह दिए जाने के बाद गुज़िश्ता साल अल्जीरिया से इख़राज अमल में लाया गया। इंतिक़ामी कार्रवाई के हिस्से के तौर पर उन की महफ़ूज़ रिहायश गाह पर मुसलसिल फायरिंग की जा रही थी।
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया हैकि 37 साला आईशा क़ज़ाफ़ी ने हाल ही में एक लड़की को जन्म दिया है। 2011 में अल्जीरिया फ़रार होने के चंद दिनों के बाद उन्हें लड़की तवल्लुद हुई। अम्मान में उन्हें चंद दीगर अरकान ख़ानदान के साथ सयासी पनाह दी गई है। टेलीगराफ़ ने इत्तेला दी हैकि आईशा क़ज़ाफ़ी को लीबिया से फ़रार होने के बाद उन के ख़िलाफ़ वारंट जारी होने पर गिरफ़्तार किया गया था। 42 साल तक लीबिया पर हुक्मरानी करने वाले मुअम्मर क़ज़ाफ़ी को दो साल पहले ही हलाक किया गया है।