मुजफ्फरनगर में हालात बेकाबू, फौज तैनात

हफ्ते के दिन हुई फिर्कावाराना तशद्दुद की लपटों में पड़ोसी जिले मेरठ के हस्तिनापुर और रामराज कस्बे भी झुलस गए। जिले में मुखतलिफ मुकामात पर दो फिर्के के बीच हुई मारपीट, चाकूबाजी और फायरिंग में देर रात तक दस लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक टीवी चैनल का सहाफी भी शामिल है। मुख्तलिफ मुकामात पर लोगों के ज़ख्मी होने की खबर है। हालात बेकाबू देख मुजफ्फरनगर में क‌र्फ्यू लगा दिया गया और देर रात फौज तैनात कर दी गई। पूरी रियासत को अलर्ट कर दिया गया है।

गुजश्ता 27 अगस्त को कवाल गांव में लड़की से छेड़छाड़ को लेकर हुए दंगे में उसके दो भाइयों की मौत हो गई थी। पुलिस की तरफ से खातियों के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने से इलाके के लोगों ने इंतेज़ामिया को इंतेबाह देने के बाद हफ्ते को नंगला मंदौड़ में महापंचायत मुनाकिद की थी। पंचायत में जा रहे लोगों पर बसी गांव में लोगों ने पथराव और फायरिंग कर दी। हमले में आधा दर्जन से ज़्यादा लोग ज़ख्मी हो गए।

जैसे ही ज़ख्मी महापंचायत के मुकाम पर पहुंचे तो हुजूम में गुस्सा फैल गया। पंचायत मुकाम से थोड़ी दूर पर मिले एक नौजवान को कत्ल कर दी गई। इसकी इत्तेला शहर में पहुंची तो शहर के मीनाक्षी चौक, अबुपुरा, किदवईनगर, कृष्णापुरी, खादरवाला, शेरनगर समेत कई मुकामात पर दोनों फिर्कों के लोगों में आमने-सामने आ गए और घंटों पथराव और फायरिंग हुई। अबुपुरा में कवरेज करने पहुंचे टीवी चैनल के सहाफी राजेश वर्मा की गोली लगने से मौत हो गई। इसी दौरान पुलिस की तरफ से मुकर्रर फोटोग्राफर इसरार को भी मार डाला गया। जौली गंगनहर व मीरापुर के मुझेड़ा के पास भी जमकर फायरिंग और पथराव हुआ।

यहां पर चार लोगों की मौत हो गई। जिले के हालत बिगड़ते देख पुलिस इंतेज़ामिया ने शाम पांच बजे शहर में क‌र्फ्यू नाफिज़ कर दिया और बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया। लेकिन इससे हालात कंट्रोल नहीं हुए। देर रात तक कई इलाकों में तशद्दुद जारी होने की खबर है।

रियासत के आइजी कानून निज़ाम आरके विश्वकर्मा ने बताया है कि हालात पर काबू पाने की कोशिश जारी है। दंगे में दस लोग मारे गए हैं।

वज़ीर ए आला अखिलेश यादव ने पुलिस तैनाती के बावजूद मुजफ्फरनगर में दंगे होने पर नाराजगी ज़ाहिर की है। उन्होंने इसे काबू मे करने के लिए अनासिरो से सख्ती से निपटने और भाईचारा कायम करने की सख्त हिदायत दिए हैं। वज़ीर ए आला ने दंगे में मारे गए टीवी सहाफी राजेश वर्मा के परिजनों को 15 लाख रुपये की माली मदद का एलान किया है, जबकि बाकी हलाक हुए लोगो के घर वालों को दस-दस लाख रुपये की माली मदद मिलेगी। हुकूमत ने 27 अगस्त के दंगे में मारे गए तीनों नौजवानो के घर वालो को भी माली देने का ऐलान किया है।

बशुक्रिया: जागरण