झारखंड तामीर में शहादत देनेवाले और तहरीक में जीवन झोंक देनेवालों को इज्ज़त देने के फी हुकूमत कोशिश है। हुकूमत के पास वक़्त कम और काम ज्यादा है। कम वक़्त में ही बहमी तावून और आपसी इत्तिहाद बहाल कर आगे बढ़ सकते हैं।
हुकूमत ने तरक़्क़ी का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है, जल्द ही सतह पर दिखेगा काम। ये बातें वज़ीरे आला हेमंत सोरेन ने कही। वह मंगल को नामकुम के लोवाडीह में दुर्गा सोरेन की मूर्ति के अनावरण के बाद मुनक्कीद सभा को खिताब कर रहे थे। सीएम ने कहा कि अलग झारखंड रियासत के लिए तहरीक हो या फिर रियासत की हालत को बेहतर बनाने की बात हो, झामुमो ने तमाम के मुफाद और इज्ज़त की हिफाजत की बात की है।
हुकूमत की यह मंशा है कि झारखंड का हर तरफ से तरक़्क़ी हो और यहां के लोगों को बुनियादी सहूलतें फराहम करायी जा सक़े मिस्टर सोरेन ने हुकूमत की कामयाबियाँ गिनाते हुए गुवा गोलीकांड में मारे गये लोगों के अहले खाना को नौकरी देने को एक तारीख़ी इकदमात बताया। सीएम ने नौजवान नसल को रियासत के तरक़्क़ी में अहम किरदार अदा करने का ऐलान किया। हेमंत ने दुर्गा को याद करते हुए कहा कि अदारे को खड़ा करने में दुर्गा सोरेन का बड़ा तावून रहा है। शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड के लोगों को पढ़ लिख कर आगे आना होगा, ताकि यहां की मुअदनी इमलाक का फायदा यहां के लोग उठा सके।
उन्होंने कहा कि झारखंड पूरे मुल्क को मुअदनी इमलाक फराहम कराता है, लेकिन रियासत का बदकिस्मती है कि हर मामले में पसमान्दा कहलाता है। उन्होंने अपने खिताब में दुर्गा सोरेन के कामों और सियासी सरगरमियों का भी ज़िक्र किया। प्रोग्राम को वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी, चंपई सोरेन और साइमन मरांडी वगैरह ने भी खिताब किया। प्रोग्राम में मेहमान खुसूसी के तौर में एसेम्बली सदर शशांक शेखर भोक्ता शामिल थे। पार्टी एसेम्बली रुक्न विद्युत वरण महतो, रामदास सोरेन, पौलुस सुरीन, मथुरा प्रसाद महतो समेत सुधीर महतो, सुप्रियो भट्टाचार्य, सुशीला एक्का और अंतु तिर्की वगैरह भी मौजूद थे। दुर्गा सोरेन यादगार फुटबॉल टूर्नामेंट में फतह रही ज्ञानोदय कोचिंग की टीम को नवाज़ किया गया। साथ ही इलाक़े के स्कूलों में टॉपर तालिबे इल्म को कदर किया गया।