नई दिल्ली :जेएनयू में कथित राष्ट्रविरोधी नारे लगने के मामले में गिरफ़्तार छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार का कहना है कि पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों ने उन पर हमला किया था.
सीएनएन-आईबीएन के पास मौजूद एक एक्सक्लूसिव वीडियो में कन्हैया कुमार ने सुप्रीम कोर्ट की जांच टीम से बातचीत में यह दावा किया.उन्होंने साथ ही कहा कि उन पर हमला राजनीति से प्रेरित था.
कन्हैया ने कहा कि मीडिया उनका ट्रायल कर रही है.उन्होंने कहा, “पहले मुझे मीडिया ने घेरा, जिसके बाद एक भीड़ मेरी तरफ़ बढ़ी और मारपीट करने लगी. मुझे लात-घूंसों से मारा गया. पुलिस वालों ने बचाया और मुझे गेट के अंदर ले आए लेकिन उनमें से एक व्यक्ति आकर मेरे पीछे बैठ गया.”
कन्हैया ने कहा, “मैं उसे पहचानता था और मैंने अपने टीचर से कहा कि उस व्यक्ति ने मुझे मारा है.”
कन्हैया की वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि कोर्टरूम में सादा काला कोट पहने एक व्यक्ति मौजूद था, जिस पर कन्हैया ने मारपीट का इलज़ाम लगाया और गिरफ़्तार करने को कहा.
लेकिन जब वृंदा ने उस व्यक्ति से पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान बताने से इनकार कर दिया.
उनका कहना है कि उस व्यक्ति ने बताया कि धक्कामुक्की में उसकी नेमप्लेट गिर गई है.
उन्होंने कहा कि उस वक़्त पुलिस ने कोई हरकत न करते हुए उस व्यक्ति को बड़ी आसानी से कोर्ट रूम से बाहर जाने दिया. उन्होंने इसे दिल्ली पुलिस की नाकामी बताया.
कन्हैया के साथ मौजूद जेएनयू के अध्यापक हिमांशु ने भी टीम को बताया कि उस व्यक्ति को पुलिस ने आसानी से जाने दिया. पुलिस का कहना है कि उन्हें लगा था कि वह व्यक्ति कन्हैया के साथ है.