मुतनाज़ा जी ओज़ की इजराई वुज़रा (मंत्रियों) ज़िम्मेदार नहीं तो जगन कैसे ज़िम्मेदार?

कांग्रेस के साबिक़ (भूत पूर्व) वज़ीर(मंत्री) पुरुषोत्तम रेड्डी ने कहा कि पार्टी में सीनीयर क़ाइदीन की एहमीयत नहीं है, जिसकी मिसाल वो ख़ुद हैं। ऐसी हालत में कोई वाई ऐस आर कांग्रेस में शामिल होता है तो क्या ग़लत करता है ? ताज्जुब इस बात पर है कि कल तक राज शेखर रेड्डी को जो भगवान मानते थे,

वो आज उन पर तन्क़ीदें कर रहे हैं। जब वुज़रा (मंत्रियों) जी ओज़ की इजराई के ज़िम्मेदार नहीं हैं तो जगन मोहन रेड्डी किस तरह ज़िम्मेदार हो सकते हैं। वाज़िह रहे कि कल पुरुषोत्तम रेड्डी ने वाई ऐस आर कांग्रेस क़ाइद वाई वी सुब्बा रेड्डी से मुलाक़ात करते हुए वाई ऐस आर कांग्रेस में शमूलीयत के इशारे दिए थे।

मीडीया के राबिता पर आज उन्हों ने कहा कि कांग्रेस अवामी एतिमाद खो रही है, क़ाइदीन में इत्तिहाद का फ़ुक़दान (कमी) है। रियासत बर्क़ी बोहरान और ख़ुशकसाली से दो-चार है। पीने का पानी मसला (समस्सया ) बना हुआ है, फ़लाही इस्कीमात पर मुनासिब अमल आवरी नहीं हो रही है।

पता नहीं किरण कुमार रेड्डी में क्या ख़ूबी नज़र आई, जो उन्हें चीफ़ मिनिस्टर बना दिया गया।उन्हों ने कहा कि राज शेखर रेड्डी की ज़िंदगी में जगन किस तरह रह रहे थे, इस का उन्हें इल्म भी नहीं था।

रियासत में हुकूमत और पार्टी की कारकर्दगी से कांग्रेस हाईकमान ग़फ़लत बरत रही है, जिस का ख़मयाज़ा उसे भुगतना पड़ेगा।