रांची 28 जून: मुल्क भर से आतंकवादी तहरीक को जड़ पेड़ से उखाड़ फेंकने का अह्द करते हुए मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह ने ये उम्मीद ज़ाहिर की है कि माओइस्ट सरगर्मीयों से मुतास्सिरा रियासतों में झाखनड पहली रियासत बन जाएगी जो कि इंतहापसंदों से पाक हो जाएगीगी।
उन्होंने बताया कि झारखंड में माओइस्ट मसले का हल तलाश कर लिया जाएगा और इस मक़सद के लिए झारखंड जा गवार (ख़ुसूसी फ़ोर्स) तशकील दी गई है। एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग का इफ़्तेताह करने के बाद जवानों को मुख़ातिब करते हुए राजनाथ सिंह ने झारखंड जागवार फ़ोर्सस के कारहाए नुमायां की सताइश की और कहा कि शहीद सिपाही ना सिर्फ झारखंड बल्के पूरे मुल्क के लिए अपना ख़ून बहाते हैं उन्होंने बताया कि अस्करीयत पसंदों के हाथों एक भी सिपाही की मौत के वाक़िया पर उन्हें और वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी को कसक महसूस हुई है।
वज़ीर-ए-दाख़िला ने सिक्योरिटी फ़ोर्सस को बुनियादी सहूलयात (इंफ्रास्ट्रक्चर) की फ़राहमी की ज़रूरत को उजागर किया ताकि फ़ोर्सस को फ़राइज़ अंजाम देते वक़्त कोई मुश्किलात का सामना ना हो सके। ताहम उन्होंने 2 साल पहले ख़ुसूसी इंफ्रास्ट्रक्चर स्कीम रोक देने पर इज़हार ताअसफ़ किया। वज़ीर-ए-दाख़िला ने बताया कि इस ख़सूस में उन्होंने वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी और वज़ीर फाइनैंस अरूण जेटली से नुमाइंदगी की है। जिन्हों ने मज़कूरा स्कीम के अहया का यकीन दिया है। उन्होंने कहा कि तादाद के एतबार से आतंकवादी घटते जा रहे हैं और उनके बड़े ग्रुपस अब काम करने के काबिल नहीं रहे लेकिन छोटे छोटे ग्रुपस पर तवज्जा मर्कूज़ करने की ज़रूरत है।
उन्होंने आतंकवादी मुख़ालिफ़ मुहिम चलाने पर झारखंड पुलिस के सरबराह डी के पांडे की सताइश की और ये मश्वरह दिया कि सरहदी रियासतों से बाग़ीयों को घेरने के लिए बेहतर ताल मेल पैदा करें।