रांची : रांची के सरला बिड़ला स्कूल में तीन दिनी आरएसएस की बैठक चल रही है आरएसएस मुल्क में दिए जा रहे रिज़र्वेशन के खिलाफ नहीं है। संघ मजहब की बुनियाद पर दिए जाने वाले रिज़र्वेशन के खिलाफ है। यह बयान संघ की तरफ से रांची में चल रही बैठक के दौरान जुमा को आया है। इससे पहले वर्किंग कमिटी की तीन दिनी बैठक की शुरुवात मोहन भागवत ने की। बैठक में संघ के मुल्क भर के रियासतों के तशहीर करने वाले चार सौ नुमाइंदे हिस्सा ले रहे हैं। बैठक शुरू होने के फौरन बाद संघ के दत्तात्रेय होसवले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज जिनकी दुकानदारी बंद हो रही है, वे बौखलाहट में है। हर चीज के लिए आरएसएस को जिम्मेवार बता रहे हैं। ऐसे लोग यह समझ ले कि आरएसएस इज नॉट पंचिंग बैग। उन्होंने कहा कि आज मुल्क में हो रहे फिरकावाराना फसाद के लिए कुछ लोग मरकज़ी हुकूमत को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। लेकिन, जब गुजरात में दंगा हुआ था तो उस वक्त मरकज़ में कांग्रेस की सरकार थी। उस वक़्त क्यों नहीं उन्हें जिम्मेवार ठहराया गया।
इससे पहले मनमोहन वैद्य ने 30 अक्तूबर को मीडिया को बताया था की आरएसएस की तरफ से मुल्क में मुसलमानों में बढ़ती आबादी पर तजवीज लाया जायेगा। बैठक में इस तजवीज पर बहस की जायेगी। एक नवंबर तक चलनेवाली बैठक में मौजूदा सामाजिक हालात पर भी बहस की जायेगी।
मनमोहन वैद्य ने कहा 2011 की मरदम शुमारी रिपोर्ट आ चुकी है। हजारिका कमीशन की रिपोर्ट चौंकानेवाली है। असम और बंगाल की डेमोग्राफी बदल रही है। 2050 तक यहां भारतीयों की तादाद बाइरून मुल्क के बाशिंदों से कम हो जायेगी। इजलास में इस मुद्दे पर तजवीज लाया जायेगा कि ऐसी पॉलिसी बने जो इस पर कंट्रोल कर सके। उन्होंने कहा बैठक में संघ के काम की तौसिह पर भी बहस की जायेगी।
उन्होंने कहा उम्मीद से भी ज़्यादा तादाद में लोग संघ से जुड़े हैं। संघ से नौजवानों का मुसलसल जुड़ाव हो रहा है। संघ इस बात को लेकर गौर कर रहा है कि कैसे इनका इस्तेमाल किया जा सके। संघ की वेबसाइट ज्वाइन आरएसएस के अदाद के मुताबिक, 2011 में फी माह 354 लोग जुड़ रहे थे। 2012 में यह अदाद एक हजार, 2013 में 2500, 2014 में सात हजार और अक्तूबर 2015 तक आठ हजार फी माह हो गया। इनमें ज्यादातर 25 से 35 उम्र के नौजवान हैं। इन्हें शाख से भी जोड़ने पर गौर हो रही है. उन्होंने कहा भारत के नौजवान अपने मुल्क की सामाजिक व कल्चर से जुड़ाव चाहते हैं, यही वजह है कि वे संघ से जुड़ना चाहते हैं।
भाजपा के क़ौमी तंजीम वज़ीर रामलाल, शरीक तंजीम वज़ीर राम माधव, शरीक तंजीम वज़ीर सौदान सिंह, विहिप के इंटेरनेशनल जेनरल सेक्रेटरी प्रवीण भाई तोगड़िया बैठक में शामिल हो गये हैं। ज़राये के मुताबिक, भाजपा के क़ौमी सदर अमित शाह भी बैठक में हिस्सा लेने अा सकते हैं। बिहार इंतिख़ाब की वजह से अभी तक उनका प्रोग्राम तय नहीं है। तीन दिन तक चलनेवाली बैठक में वह एक दिन हिस्सा ले सकते हैं।
पहली तस्वीर में मोर्चा संभाले आरएसएस के स्वयंसेवक
दूसरी तस्वीर में बिना इजाजत अंदर जाने की इजाजत नहीं