ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्बे सादिक ने रविवार को जहां राजनेताओं, धर्मगुरुओं पर निशाना साधा, वहीं मुसलमानों में एकजुटता न होने पर चिंता जताई। मौलाना ने कहा कि मुसलमानों को हिंदुओं से सीख लेनी चाहिए। कई वर्ग-जातियों में होने के बावजूद हिंदू आपस में नहीं लड़ते लेकिन मुसलमान सिर्फ दो वर्ग में होने के बावजूद आपस में लड़ते रहते हैं।
उन्होंने मौजूदा हालात को देखते हुए गरीबी, अज्ञानता और आपसी टकराव दूर करने का संदेश दिया। वाराणसी के दरगाहे फातमान परिसर में पत्रकारों से बातचीत में मौलाना कल्बे सादिक ने कहा कि हमारा देश बहुत प्यारा है लेकिन इसमें बीमारियां बहुत हैं। पहली बीमारी हैं धर्म गुरु और दूसरी राजनेता। नेता देशभक्त नहीं, ‘पोजीशन भक्त’ हो गए हैं। इसी तरह धर्म गुरु भी धर्म का इस्तेमाल निजी स्वार्थ के लिए करने लगे हैं। जब तक दोनों ठीक नहीं होंगे, देश ठीक नहीं होगा।
जब उनसे पूछा गया कि वह खुद भी धर्म गुरु हैं ऐसे में अपने आप को लेकर असहज महसूस नहीं करते? इस सवाल पर उनका कहना था कि मुझे जब कोई मौलाना लिखता है तो चिढ़ होती है।