मुसलमानों पर शक नहीं, यकीन करें: आजम

इलाहाबाद, 28 मई: हिंदुस्तान के मुसलमानों पर मुल्क की मुहब्बत के लिए शक करने की जरूरत नहीं है। मुसलमान अपने मुल्क के लिए जान देने में जरा भी गुरेज नहीं करेगा, जरूरत है सिर्फ उस पर यकीन करने की। मुसलमान होने की वजह से शक करना मुल्क की भलाई में नहीं है। रियासत के काबीना वज़ीर आजम खां ने पीर के दिन मठ बाघंबरी गद्दी में मुनाकिद तकारीब में यह बातें कही।

उन्होंने अमेरिका में हुए खुद की तौहीन का जिक्र करते हुए उसे साजिश बताया।

कार्यक्रम में उस समय अजीब सी हालत हो गई जब स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने आजम खां से अयोध्या में श्रीराम मंदिर के तामीर में मदद की मांग कर दी। कहा कि मस्जिद कहीं भी बन सकती है, लेकिन श्रीराम का मंदिर उनकी पैदाइशी ज़मीन (जन्मभूमि)पर ही बननी चाहिए।

आजम इसमें तआउन(Contributions/मदद) करें, वह राम से पहले आजम का जयघोष (acclamation) करेंगे। वासुदेवानंद की इस मांग पर आजम खां असहज महसूस करने लगे। हालात भांप कर प्रोग्राम के आर्गेनाइज़र नरेंद्र गिरि ने वासुदेवानंद से वक्त के कम होने की बात कहकर उनकी तकरीर खत्म करा दी।

आजम खां ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुआ नक्सली हमला कांग्रेस व बीजेपी हुकूमत की नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के लिए ठोस पालीसी बननी चाहिए लेकिन मरकज़ की कांग्रेस व रियासत की बीजेपी हुकूमत इसको लेकर संजीदा नहीं है। दोनों पार्टी मुल्क की हिफाज़त करने में नाकाम रही हैं। खां ने कहा कि हैरत का मौजू यह है कि नक्सलियों ने सबको मारा लेकिन मुकामी एम एलए को छोड़ दिया। उन्होंने एमएलए के बचने पर मामले जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच पूरी होने पर कई चौकाने वाले सुबूत सामने आएंगे।