सीहूनीयों ने एक और घिनाउनी साज़िश करते हुए आलमगीर सतह पर मुस्लमानों को मुश्तइल करने का प्रोग्राम बनाया है। एक वेब साईट mohammedartexpo @gmail.com क़ायम की गई है जिस की रुक्नीयत फ़ीस सिर्फ़ 25 डॉलर है। इस वेब साईट की जानिब से सरकार दोआलम (सल) के गुस्ताखाना कार्टून्स तलब करने का ऐलान किया गया है और बेहतरीन कार्टून पर 10 हज़ार अमरीकी डॉलर इनाम मुक़र्रर किया गया है।
अमरीका की रियासत टेक्सास में ये वेब साईट क़ायम किया गया है जिस के पसेपर्दा यहूदी हैं। मुक़ामी तंज़ीम ने टेक्सास के गारलैंड सेंटर पर 3 मई 2015 को इस नुमाइश का ऐलान किया और ऑनलाइन मुक़ाबला में बेहतरीन कार्टून को 10 हज़ार अमरीकी डॉलर इनाम देने का पेशकश भी किया गया।
इज़हारे ख़्याल की आज़ादी के बहाने मुस्लिम दुश्मन मुज़ाहरा और प्रोग्राम तहरीरी और तक़रीरी मुक़ाबले मुनाक़िद करने का भी ऐलान किया गया है। इन तमाम मुक़ाबलों के इनेक़ाद में अमरीकन फ़्रीडम डेफ़ैंस इंस्टीटियूट सब से ज़्यादा सरगर्म है।
अमरीका की रिपब्लिकन पार्टी की ज़ेली तंज़ीम टी पार्टी की सदर पर्मीलागीलर 14 जून 1958 को न्यूयार्क के एक यहूदी घराने में जन्म लिया था वही इस सिलसिले में सब से ज़्यादा सरगर्म हैं। नुमाइश कर्ट्स कीववील सेंटर गारलैंड पर मुनाक़िद की जाएगी जिस का उनवान इज़हारे ख़्याल के लिए खड़े हो जाओ (इज़हारे ख़्याल की ताईद) रखा गया है।
इस सिलसिले में इस बात का तज़किरा दिलचस्पी से ख़ाली ना होगा कि एक माह क़ब्ल गारलैंड की एक मुक़ामी मुस्लिम तंज़ीम ने एक कान्फ़्रैंस मुनाक़िद की थी जिस का मर्कज़ी मौज़ू नबी करीम (सल) के साथ खड़े रहो (नबी करीम की ताईद) रखा गया था। दिलचस्प बात ये है कि हिंदुस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आज़ादी इज़हार हैयाल की ताईद में फ़ैसला दिया है।