हैदराबाद 14 मार्च: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव् ने रियासत तेलंगाना में मुसलमानों को 12% रिजर्वेशन देने के लिए अपने वादे को बहरहाल पूरा करने के अज़म का इज़हार किया।
उन्होंने कहा कि वो आइन्दा दो माह के अंदर असेंबली का ख़ुसूसी सेशन तलब करेंगे ताकि मुसलमानों को रिजर्वेशन की फ़राहमी के लिए क़रारदाद मंज़ूर की जा सके। इस क़रारदाद में तहफ़्फुज़ात के फ़ीसद में इज़ाफे के लिए ज़ोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि रियासती हुकूमत ने पड़ोसी रियासत टामिलनाडु के ख़ुतूत पर 69% रिजर्वेशन देने की पालिसी इख़तियार करने का फ़ैसला किया है। ये फ़ीसद सुप्रीमकोर्ट की तरफ से मुक़र्रर करदा फ़ीसद से 19% ज़्यादा है। उन्होंने कहा कि रियासती हुकूमत ने मुसलमानों को रिजर्वेशन फ़राहम करने के लिए पहले ही सुधीर कमीशन और चलपा कमीशन का तक़र्रुर अमल में लाया है ताकि मुसलमानों और दर्ज फ़हरिस्त ज़ातों की समाजी, मआशी और तालीमी सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेकर हुकूमत को रिपोर्ट पेश करे।
तवक़्क़ो है कि ये रिपोर्ट 2 माह के अंदर पेश की जाएगी। इन रिपोर्टस को पसमांदा तबक़ात कमीशन से रुजू किया जाएगा और बादअज़ां असेंबली में मुसलमानों को तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी यक़ीनी बनाने के लिए एक क़रारदाद मंज़ूर की जाएगी। चीफ़ मिनिस्टर चन्द्रशेखर राव ने ये भी वाज़िह कर दिया कि ये रिजर्वेशन मज़हब की बुनियाद पर नहीं बल्कि पसमांदगी की बुनियाद पर दिए जाऐंगे।
चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना के चन्द्रशेखर राव ने एवान में कांग्रेस को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए साल 2009 चुनाव के मौके पर अपने चुनाव मंशूर में अवाम से किए हुए वादों को पूरा ना किए जाने पर सवालात की और दरयाफ़त कहा कि आख़िर क्या वजह थी कि अपने चुनाव मंशूर में अवाम से किए हुए वादों को पूरा करने में कांग्रेस क्युं नाकाम रही। जबकि टीआरएस की ज़ेरे क़ियादत तेलंगाना हुकूमत अपने चुनाव मंशूर में किए हुए वादों के अलावा चुनाव मंशूर में ना किए हुए वादों को भी पूरा करने के लिए कोशां है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हुकूमत में सनअतकारों की तरफ से इंदिरा पार्क के पास बर्क़ी सरबराही के मुतालिबे पर बड़े पैमाने पर एहतेजाज मुनज़्ज़म किया था जबकि मौजूदा हुकूमत सनअतों को 24 घंटे बर्क़ी सरबराही को यक़ीनी बनाने के इक़दामात की है। इस के अलावा ज़रई शोबे के लिए भी किसी ताख़ीर के बग़ैर मयारी अंदाज़ में मुक़र्ररा मुद्दत के मुताबिक़ बर्क़ी सरबराह की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस माली दूर-अँदेश का मुज़ाहरा करते हुए हुकूमत ने किसानों को ज़रई खाद और तुख़्म की सरबराही के लिए इक़दामात किए जिसकी वजह से किसानों को कोई एहतेजाज करने की ज़रूरत नहीं पड़ी। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि ग़रीब अवाम के लिए डबल बेडरूम मकान की तामीर-ओ-फ़राहमी बहुत ही सब्र-आज़मा फ़ैसला है। ग़रीब अवाम को भी बाविक़ार ज़िंदगी गुज़ारने का मौक़ा फ़राहम किया जा रहा है।
बैंकों के ज़रीये इस स्कीम को मरबूत करने की सूरत में ग़रीबों को मकानात फ़राहम नहीं हो सकेंगे। मकानात की तामीर पर खर्च ज़्यादा भी हूँ तो इस की परवाह किए बग़ैर हुकूमत ने कॉरपोरेट समाजी ज़िम्मेदारी (Corporate Social Responsibility) के तहत तआवुन हासिल करके मकानात तामीर किए जा रहे हैं। उन्होंने साबिक़ कांग्रेस हुकूमत पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए कहा कि कांग्रेस हुकूमत ने एक मकान के लिए जितनी रक़म ख़र्च की थी, तेलंगाना हुकूमत एक मकान पर इस से 6 गुना रक़म इज़ाफ़ा ख़र्च कर रही है।