मुस्लिमों का अमेरिका में दाखिल के बैन पर कायम हैं डोनाल्ड ट्रंप, हिलेरी ने की तनकीद

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति ओहदे के इलैक्शन में रिपब्लिकन पार्टी के मुमकिना उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिमों का अमेरिका में दाखिल पर बैन प्रतिबंधित करने और अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने का अपना रूख दोहराया है। इन चुनावों में ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान ने तत्काल ही ट्रंप की आलोचना करते हुए कहा कि पूर्व विदेश मंत्री :हिलेरी: अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में उनकी इस विभाजनकारी और खतरनाक दिशा को बर्दाश्त नहीं करेंगी।

रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार बनने के एक दिन बाद ही ट्रंप ने प्राइमरी इंतिख़ाब के दौर में दिए गए मुतनाज़ा बयान को वापस लेने से इंकार कर दिया। सीएनएन के साथ इंटरव्यू में, ट्रंप ने मुस्लिमों का अमेरिका में दाखिल टेम्परोरी तौर पर बैन करने वाला बयान वापस नहीं लिया। इसी के साथ, उन्होंने कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने में मुस्लिम मुल्कों के साथ मिलकर काम करेंगे। लेकिन ट्रंप ने यह तर्क भी दिया कि इसकी जिम्मेदारी पहले उन मुल्कों पर है।

एक दृढ़ रूख अख्तियार करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह इससे उन्हें खुद को नुकसान भी पहुंचे, तो भी वह इसकी परवाह नहीं करते। उन्होंने एमएसएनबीसी को एक दीगर इंटरव्यू में बताया कि जब मैं यह करता हूं तो मैं सही चीज करता हूं। और फिर चाहे वह मुस्लिम हो या कोई और। मेरा मतलब है कि मुझे सही चीज करनी है और मुझे इसी तरह से मार्गदर्शन मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे स्वाभाविक समझ से मार्गदर्शन मिला है कि क्या सही है। आप देखिए कि हो क्या रहा है। हमें अलर्ट रहना होगा। मेरा मतलब है कि हम हजारों लोगों को अपने मुल्क में आने दे रहे हैं। हजारों लोग मुल्क भर में आकर बस रहे हैं और वास्तव में कोई नहीं जानता कि वे लोग हैं कौन। अधिकतर मामलों में उनके पास दस्तावेज भी नहीं हैं। और पता नहीं हम क्या कर रहे हैं? ट्रंप की ओर से मुस्लिमों और प्रवासियों पर अपने रूख को दोहराए जाने के बाद हिलेरी के प्रचार अभियान ने उनकी आलोचना की।

लैटिनो आउटरीच की राष्ट्रीय निदेशक लॉरेला प्राएली ने कहा कि रिपब्लिकन उम्मीदवारी हासिल करने के 24 घंटे से भी कम समय में डोनाल्ड ट्रंप पूरी तरह से यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके कियादत में अमेरिका कैसा होगा- एक ऐसा अमेरिका जिसे लातिनी लोग, मुस्लिम और अन्य अश्वेत लोग अपना घर महसूस नहीं कर पाएंगे।