मौलाना सय्यद तारिक़ कादरी साबिक़ रुक्न रियास्ती अक़लीयती कमीशन ने रियास्ती हुकूमत पर मुस्लिम तलबा (स्टुडेंट्स ) के मुफ़ादात (हितों) के तहफ़्फ़ुज़ में नाकामी का इल्ज़ाम आइद किया और कहा कि हुकूमत के अक़लीयतों के फ़लाह-ओ-बहबूद से मुताल्लिक़ दावे खोखले साबित हुए हैं।
मौलाना तारिक़ कादरी ने फ़ीस री इम्ब्रेश्मेंट मसला (समस्या ) पर जनाब ज़ाहिद अली ख़ां की जानिब से एक रोज़ा धरना प्रोग्राम की ताईद का ऐलान किया है और कहा ये इक़दाम (कदम) इंतिहाई बरवक़्त है और क़ौम में अपने हुक़ूक़ (हक़) के बारे में शऊर बेदारी के लिए उस उसकी सख़्त ज़रूरत थी।
मौलाना तारिक़ कादरी ने कहा कि जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने जो क़दम उठाया है, मिल्लत के तमाम अमाइदीन और क़ाइदीन को ना सिर्फ उस की ताईद करनी चाहीए बल्कि इस में शामिल होकर तहरीक को मुस्तहकम करना चाहीए