फैसल फरीद
लखनऊ: देश भर में उठे तीन तलाक के विरोध के बाद आखिर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अधिकारिक रूप से महिला विंग के गठन को मंज़ूरी दे दी हैं।
कोलकाता अधिवेशन में इस बात पर अमली तौर पर सहमती हो गयी है कि बोर्ड को अब महिलाओ के मुद्दों पर उनसे बात करने और समझने के लिए महिला विंग का गठन करना पड़ेगा। यह महिला विंग मुस्लिम महिलाओ तक पहुचेगी और उनकी समस्याओ का समाधान इस्लामिक शरिया की रौशनी में करेगी। इस में तीन तलाक भी शामिल हैं। बोर्ड इसके लिए जल्दी ही महिला पदाधिकारियो को नियुक्त करेगा।
बोर्ड इसके अलावा एक टोल फ्री नंबर भी जारी करेगा जिसे महिला हेल्पलाइन कहा जायेगा और यह हेल्पलाइन महिला विंग की ज़िम्मेदारी में चलेगा।आठ भाषाओ में महिला विंग इसमें महिलाओ के मसलो पर बातचीत करेंगी और उनके मसायल सुलझाएंगी। बोर्ड इसमें भी तीन तलाक मामले पर जोर देगा और महिलाओ को इस्लामिक शरिया के मामले में जागरूक करेगा।
महिला विंग की कोशिश रहेगी कि ऐसे मामले शरिया की रौशनी में निपटाये जायें और ज़रुरत हो तो दारुल क़ज़ा की मदद ली जाये। महिला विंग की कोशिश रहेगी कि वह महिलाओ के पारिवारिक विवाद भी सुलझाये। इसके अलावा वह महिलाओ को सामाजिक मुद्दों पर जैसे शिक्षा का महत्व पर जागरूक भी करेंगी।
बोर्ड कोलकाता अधिवेशन के दौरान ही नौ महिलाओ को बोर्ड में स्थान दे चुका हैं। बोर्ड में इस समय 54 महिलाये हैं जबकि बोर्ड की सामान्य सभा में कुल 250 लोग हैं। बोर्ड की एग्जीक्यूटिव समिति में 51 सदस्य हैं जिसमे 6 महिलाये हैं।
बोर्ड का यह कदम इस वजह से महत्पूर्ण हैं क्योंकि तीन तलाक मुद्दे पर महिलाओ द्वारा भी विरोध किया जा रहा था।