मुस्लिम ख़वातीन के लिए छोटी सनअतें क़ायम करने क़र्ज़ मेला

हैदराबाद 05 जून: छोटी सनअतें क़ायम करने में मुस्लिम ख़वातीन की मदद करने में रोज़नामा सियासत अनक़रीब हुकूमत आंध्र प्रदेश के तआवुन से क़र्ज़ मेला शुरू किया करेगा ।ये क़र्ज़ सब्सीडी पर दिया जाएगा।

रोज़नामा सियासत रेडिसन ब्लू पलाज़ा होटल के पकवान क्लासेस की एख्तेतामी तक़रीब के मौके पर ख़िताब करते हुए एडीटर रोज़नामा सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने कहा कि मुस्लिम ख़वातीन को छोटी सनअतें क़ायम करने में मदद करने के लिए हुकूमत आंध्र प्रदेश के साथ मिल कर एक क़र्ज़ मैले का आग़ाज़ करने की कोशिश की जा रही है।

इस सिलसिले में क़र्ज़ दरख़ास्तों के लिए एक प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा और इस सिलसिले में मुहिम चलाई जाएगी। ये क़र्ज़ मेला सिर्फ़ मुस्लिम अकलियती ख़वातीन के लिए होगा क्यूंकि हुकूमत के पास मुस्लिम ख़वातीन की बहबूद-ओ-तरक़्क़ी के लिए करोड़ों रुपये मौजूद हैं जिन को अभी तक किसी ने इस्तेमाल नहीं किया लिहाज़ा इस फ़ंड से इस्तेफ़ादा करने के लिए रोज़नामा सियासत अपनी कोशिशों को आगे बढ़ाएगा।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने याकिन दिलाया कि मुस्लिम ख़वातीन को अपनी तिजारती सरगर्मीयों का आग़ाज़ करने के लिए सरकारी सतह पर दस्तयाब क़र्ज़ से मुताल्लिक़ ख़वातीन में शऊर बेदारी मुहिम चलाई जाएगी।

पकवान क्लासेस के इख़तेताम(खत्म) पर एडीटर सियासत ने ख़वातीन को मश्वरा दिया कि सेहत्मंद ग़िज़ा का इस्तेमाल करें और अच्छे पकवान बनाने का हुनर सीखें। इस प्रोग्राम से मुस्लिम ख़वातीन को अच्छे से अच्छे पकवान सीखने का मौक़ा मिला है।

ये रोज़नामा सियासत के मक़बूल आम प्रोग्रामों में से एक प्रोग्राम है, जिसे हर साल ज़्यादा से ज़्यादा मक़बूलियत हासिल होरही है। रोज़नामा सियासत इस तरह के प्रोग्रामों के इनइक़ाद में कभी पस-ओ-पेश नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि जहां कहीं ख़वातीन की तरक़्क़ी और उनकी बहबूद का सवाल पैदा होता है रोज़नामा सियासत ने हरवक़त ख़ुद को आगे रखा है। ख़वातीन में पकवान के शौक़ को फ़रोग़ देने और लज़ीज़ पकवान की तैयारी की आदत डालने के मक़सद से एक मुनफ़रद किताब की इशाअत अमल में लाई जा रही है।

इस किताब में आसिफ़ जाही दौर के बेहतरीन पकवानों के तरीक़ों पर मुश्तमिल तरकीबें शामिल रहेंगी। आसिफ़ जाहि दौर में उम्दा पकवानों के तक़रीबन 860 तरीक़े मौजूद थे जो तारीख़ के गोशे में गुम होचुके हैं लेकिन रोज़नामा सियासत उन तारीख़ी पकवान के तरीक़ों को चुनकर 100 बेहतरीन पकवान के तरीक़ों पर मुश्तमिल किताब को उर्दू और इंग्लिश में तर्जुमा करके शाय कररहा है और रमज़ान उल-मुबारक तक ये किताब मंज़रे ए आम पर आजाएगी।

इस किताब के मुताला से दोनों शहरों के अवाम अपने माज़ी के बेहतरीन और लज़ीज़ पकवान के तरीक़ों से वाक़िफ़ हो सकेंगे।

जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने तालीम के हवाले से बताया कि मुस्लिम ख़वातीन में मुख़्तलिफ़ महारतों को फ़रोग़ देने के ज़रीये उन्हें बाइख़तियार बनाने के लिए सियासत हमेशा सरगर्म रहा है।

मुख़्तलिफ़ फ़नून और दस्तकारी में कैंपस क़ायम किए। उन्होंने ख़वातीन को मश्वराह दिया कि वो अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर तालीम फ़राहम करें और आला तालीम के हुसूल के लिए डोनेशन देने से गुरेज़ करें।

मेडिकल और इंजीनीयरिंग कोर्सेस में हिस्सा लेने के लिए एक पैसा भी ख़र्च ना करें क्यूंकि मुसलमानों के लिए मेडिकल और इंजीनीयरिंग कोर्सेस में बेशुमार नशिस्तें दस्तयाब हैं।

थोड़ी सी जद्द-ओ-जहद और मालूमात से उन्हें मेडिकल और इंजीनीयरिंग में फ़्री सीट मिल सकती है। अगर ज़रूरत पड़े तो मुस्लिम ख़ानदानों को चाहीए कि वो अपने बच्चों को बेहतरीन तालीम दिलाने के लिए क़ुर्बानीयों से भी गुरेज़ ना करें।

बच्चों को अच्छी तालीम देना हर माह का ख़ाब होता है और माएं ही अपनी औलाद को ज़िंदगी की ख़ुशीयां देने का ज़रीया होती हैं। रोज़नामा सियासत ने मुसलमानों में तालीमी शऊर ख़ासकर ख़वातीन में तालीम के हुसूल के लिए जद्द-ओ-जहद करने की तरग़ीब देने में अहम रोल अदा किया है।

इस मौके पर मेहमान ख़ुसूसी जवाइंट कलेक्टर हैदराबाद सुरेखा रानी ने रोज़नामा सियासत की मुख़्तलिफ़ शोबों में जारी कोशिशों की तारिफ की और कहा कि मुझे देख कर निहायत खुशी होती है कि रोज़नामा सियासत ने ख़वातीन की सलाहीयतों को उजागर करने की बेहतरीन कोशिश की है।

उन्होंने कहा कि पकवान ही ख़वातीन के लिए ज़ारुरी नहीं होना चाहिए बल्के ख़वातीन अपने बच्चों और अरकान ख़ानदान को बेहतर से बेहतर तालीम फ़राहम करने में भी अहम रोल अदा करें।

उन्होंने कहा कि पकवान सीखना अच्छी बात है लेकिन अच्छे पकवान के साथ साथ ख़वातीन को तालीम-ए-याफ़ता होना और अपनी सलाहीयतों को दूसरों तक मुंतक़िल करना भी ज़रूरी है।

जवाइंट कलेक्टर की हैसियत से उन्होंने कहा कि वो मुस्लिम ख़वातीन में छोटी सनअतों के क़ियाम का जज़बा पैदा करने और उनके मक़ासिद को कामयाब बनाने के लिए हर मुम्किना मदद करेंगी। रोज़नामा सियासत की मदद से वो क़र्ज़ मेले के इनइक़ाद में मदद भी करेंगी।