समाजवादी पार्टी में वापिस लौटे मुहम्मद आज़म ख़ां इस मर्तबा असेंबली इलेक्शन की अब तक की मुहिम में कोई ख़ास सरगर्म नज़र नहीं आते जबकि माज़ी में हमेशा मुहम्मद आज़म ख़ां बेहद फ़आल और सरगर्म रहे हैं। कल्याण सिंह से मुलायम सिंह यादव की दोस्ती के बाद से मुलाइम और आज़म ख़ां में दूरी बहुत बढ़ गई।
बिलआख़िर मुहम्मद आज़म ख़ां को पार्टी से अलग होना पड़ा, लेकिन कल्याण सिंह से दोस्ती के ख़तम होने के बाद जब मुलायम सिंह यादव भरे मुस्लमानों से रुजू हुए, तब उन्होंने मुहम्मद आज़म ख़ां को अपनी पार्टी में वापस ले लिया, लेकिन इनको अभी तक पार्टी में कोई ओहदा नहीं दिया। यू पी असेंबली के 5 मरहले की पोलिंग हो चुकी है।