कांग्रेस ने आज मुज़फ़्फ़र नगर फ़सादात के मुल्ज़िम रुक्न पार्लियामेंट मुज़फ़्फ़र नगर संजीव बालन को मर्कज़ी वुज़रा में शामिल करने की मज़म्मत की । पार्टी के जनरल सेक्रेटरी शकील अहमद ने अपने ट्वीटर पर तहरीर किया कि ज़राए इबलाग़ का मुज़फ़्फ़र नगर फ़सादात के मुल्ज़िम की काबीना में शमूलीयत पर हैरत क्यों है ?आख़िर ये मोदी की हुकूमत है।
एक सीनियर डाक्टर बालियाँ ने कल वज़ीर-ए-ममलकत की हैसियत से हलफ़ उठाया । वो सिर्फ़ देढ़ साल क़ब्ल बी जे पी में शामिल हुए थे । वो जाट हैं और कविता देहात मुज़फ़्फ़र नगर के मुतवत्तिन है ।वो एहतियाती इक़दामात के तौर पर मुज़फ़्फ़र नगर फ़सादात के पहले एक माह केलिए जेल में थे।
वो दीगर दो पार्टी अरकान-ए-पार्लियामेंट के साथ मुज़फ़्फ़र नगर से रुकन पार्लियामेंट मुंतखिब हुए और उन्हें मोदी की काबीना में शामिल किया गया है। बालियाँ गुज़िशता साल महा पंचायत के रुक्न थे हालाँकि उनकी इश्तिआल अंगेज़ तक़रीरों के ज़रीये कशीदगी में इज़ाफ़ा करने पर उन पर इमतिना आइद किया गया था।
पुलिस ने इमतिनाई अहकाम की ख़िलाफ़वरज़ी करने और दो फ़िरक़ों के दरमियान नफ़रत पैदा करने का उन पर इल्ज़ाम आइद किया था । बी जे पी का इद्दिआ है कि बालियाँ को झूटे मुक़द्दमे में फंसाया गया है जो सियासी मुफ़ादात पर मबनी है।