मेकानिकी ज़बीहा ख़ानों की मुख़ालिफ़त : बी जे पी क़ाइदीन का बयान

बी जे पी ने रियासती हुकूमत की जानिब से मेकानिकी ज़बीहा ख़ानों के क़ियाम के लिये और गोश्त की ख़ुसूसी बरामदात के लिये बैरूनी टेंडर्स तलब किये जाने के फैसला को शदीद तन्क़ीद (आलोचना) का निशाना बनाया और कहा कि इस से ना सिर्फ मुक़ामी कसाइयों का रोज़गार मुतास्सिर होगा बल्कि मईशत पर भी असर पड़ेगा ।

यहां प्रेस कान्फ़्रैंस में पार्टी के सीनियर क़ाइदीन जी किशन रेड्डी , एन वी वी एस प्रभाकर , लायक़ अली ने कहा कि मेकानिकी ज़बीहा ख़ानों के क़ियाम से गोश्त और दीगर (दुसरे) अशिया (चीज) फ़रोख़त करने वाले मुक़ामी अफ़राद का रोज़गार मुतास्सिर होगा । लायक़ अली ने कहा कि मौजूदा तौर पर दो मल्टीनेशनल कंपनियां काम कर रही हैं ताहम हुकूमत की जानिब से मज़ीद ज़बीहा ख़ानों के लिये टेंडर्स तलब करना सिर्फ दौलत के लिए ये किया जा रहा है ।

उन्हों ने इल्ज़ाम आइद किया कि चुंगी चरला ज़बीहा ख़ाने की जानिब से क़वाइद की ख़िलाफ़वरज़ी की जा रही है । उन्हों ने बताया कि साहिली इलाक़ों में मेकानिकी ज़बीहा ख़ानों में जानवरों को गैरकानूनी तौर पर ज़बीहा किया जा रहा है और क़वाइद की ख़िलाफ़वरज़ी की जा रही है । उन्हों ने कहा कि अब बकरे का गोश्त 340 से चार सौ रुपय और बड़ा गोश्त 60 रुपय से 160 रुपय तक बढ़ गया है और उसे में गोश्त की बरामदात से इस में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा ।

बी जे पी क़ाइद एन वी प्रभाकर ने भी हुकूमत के फैसला की सख़्त मुख़ालिफ़त की और कहा कि बी जे पी इस के ख़िलाफ़ तहरीक शुरू करेगी ।