चेन्नई। तमिल फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता रजनीकांत के राजनीतिक प्रवेश को लेकर तमाम अटकलें लगती रहीं हैं. लेकिन सभी कयासों पर विराम लगाते हुए रजनीकांत ने एक नया राजनीतिक दल बनाने की घोषणा की है.
रजनीकांत ने कहा, “मैं जाति या धर्म से अलग हट कर आध्यात्मिक ज्ञान को प्रोत्साहन दूंगा.” उन्होंने कहा कि अगर मैं सत्ता में आता हूं और तीन सालों में कुछ नहीं कर पाता तो मैं इस्तीफा दे दूंगा. रजनीकांत का मानना है कि तमिलनाडु में लोकतंत्र संकट से गुजर रहा है.
सुपरस्टार के नाम से लोकप्रिय रजनीकांत ने उस वक्त राजनीति में आने की घोषणा की है जब भाजपा तमिलनाडु में अपने लिए जमीन तैयार करने की कोशिशों में जुटी है. साल 2016 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी.
अगला विधानसभा चुनाव साल 2021 में होना है. पिछले पांच दशकों से तमिलनाडु में द्रविड़ राजनीति करने वाले स्थानीय दलों का ही प्रभाव रहा है. ये दल सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता को अपनी मुख्य विचारधारा मानते हैं.