नई दिल्ली, 02 जनवरी ( एजैंसीज़) मैं अपनी हुदूद से वाक़िफ़ हूँ और इन्ही हदूद के मुताबिक़ काम करता हूँ। ये अलफ़ाज़ किसी और के नहीं बल्कि मर्कज़ी वज़ीर ए मालियात पी चिदम़्बरम के हैं जिन्होंने ये बात उस वक़्त कही जब उनसे डी एम के सरबराह करूणानिधि की जानिब से किए गए तब्सिरा से मुताल्लिक़ ख़्यालात जानने की कोशिश की गई ।
करूणानिधि ने कहा था कि चिदम़्बरम में वो तमाम सलाहीयतें मौजूद हैं जो मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म में होनी चाहीए । नई दिल्ली में अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे पता नहीं कि मुझे आपके सवाल को संजीदा तौर पर लेना चाहीए या नहीं लेकिन इतना ज़रूर कहूंगा कि सयासी ज़िंदगी मैंने कुछ हुदूद मुक़र्रर की हैं जिनसे कभी तजावीज़ नहीं करता ।
यहां इस बात का तज़किरा एक बार फिर करना बेजा ना होगा कि करूणानिधि ने दरअसल फ़िल्म एक्टर कमल हासन के इस बयान की ताईद की थी जहां कमल ने कहा था कि चिदम़्बरम में मुल्क के वज़ीर-ए-आज़म बनने की पूरी सलाहीयतें मौजूद हैं । चिदम़्बरम ने मुस्कुराते हुए अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि अगर इस तब्सिरे पर वो ये तवक़्क़ो कर रहे हैं कि वो ( चिदम़्बरम) ख़ुश होकर कोई ऐसा बयान देंगे जो उन्हें नहीं देना चाहीए तो ये बात ज़हन नशीन कर लें कि मैं इतना बेवक़ूफ़ भी नहीं हूँ जितना आप समझ रहे हैं ।