राज्यसभा सदस्य अमर सिंह गुरुवार को रामपुर आकर सपा नेता एवं पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां पर खूब बरसे। उन्होंने तयशुदा कार्यक्रम के तहत प्रेस कांफ्रेंस की और ललकारते हुए कहा कि आजम साहब, मैं आ गया हूं रामपुर, ले लो मेरी कुर्बानी।
अमर सिंह ने आजम खां के कथित विवादित बयान का जिक्र भी किया। साथ ही वीडियो भी दिखाई। अमर सिंह के तेवर सख्त थे। मुजफ्फरनगर के दंगे का जिक्र करते हुए अमर सिंह ने आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री रहते आपने (आजम खां) ने पुलिस पर आरोपी को बचाने के लिए दबाव बनाया।
अमर सिंह ने कहा कि रेप करने वाले का कोई मजहब नहीं होता। दंगे में बहने वाला लहू न हिन्दू का होता है न मुसलमान का, वह इंसानियत का होता है। हिन्दू कोई धर्म नहीं बल्कि, यह सिंधु घाटी की सभ्यता है। हिन्दुत्व वह संस्कृति है, जिसमें राष्ट्रभक्त मौलाना कलाम, अब्दुल हमीद भी आते हैं। गेस्ट हाउस में अमर सिंह के समर्थकों ने आजम खां के खिलाफ नारेबाजी भी की।
उन्होंने कहा कि वह मुसलमानों के विरोधी नहीं हैं। यहां भी मुकद्दस कुरान की आयतें पढ़ सकते हैं। वह जानते हैं कि हिन्दुत्व का मतलब हिन्दुस्तानी है और जिस दिन हिन्दुत्व जाग गया, उस दिन वास्तविकता पता चल जाएगी।
उन्होंने कहा कि वह तालीम के दुश्मन नहीं हैं। खुद को सर सैयद अहमद साबित करने में लगे आजम यह देखें कि एएमयू किसी की जागीर नहीं है। बनारस का हिन्दू विवि किसी की व्यक्तिगत पूंजी नहीं है। वह इस संबंध में आरटीआई के जरिए राज्यपाल से पूछेंगे।