मुंबई: तंबाकू की ताईद में अपने एमपी दिलीप गांधी के बयान पर भाजपा की खामोशी पर शिवसेना ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना लगाया । शिवसेना ने कहा कि मोदी ने सड़कों की गंदगी को साफ करने के लिए हाथ में झाड़ू लिये है लेकिन लोगों के मुंह से निकलने वाली गंदगी को कौन साफ करेगा।
शिवसेना ने अपने अखबार सामना में भाजपा एमपी की तरफ से तंबाकू खाए जाने की हिमायत करने का भी मजाक उड़ाया और कहा कि तंबाकू खाने से कैंसर नहीं होने से जुड़ी उनकी हैरतअंगेज़ खोज के लिए उन्हें नोबेल एवार्ड से नवाजा जाना चाहिए। एमपी खोज के नए रास्ते पर चले गए हैं और इससे तंबाकू मुखालिफ सभी लोग दंग रह गए हैं।
शिवसेना ने कहा है कि, “मुंबई के टाटा अस्पताल में शरीक किए जाने वाले 100 लोगों में से 60-65 लोग तंबाकू खाने की वजह से कैंसर से मुतास्सिर होते हैं। डॉक्टर और सेहत के माहिरीनो ने वक्त वक्त पर और हमेशा तंबाकू से होने वाले नुकसान पर रोशनी डाला है। एक तरफ पीएम मोदी तंबाकू के खिलाफ बात कर रहे हैं और दूसरी तरफ उनके एमपी लोगों से आज़ाद होकर तंबाकू खाने की बात कर रहे हैं।”
सामना में सवाल उठाया गया है कि, “पीएम ने सड़कों की सफाई के लिए हाथ में झाड़ू उठाया है लेकिन लोगों के मुंह से निकलने वाली गंदगी को कौन साफ करेगा?” सिगरेट और दूसरे तंबाकू प्रोडक्ट कानून 2003 के दफआत पर गौर करने के लिए तश्कील पार्लिमानी कमिशन के चीफ गांधी ने यह कह कर अपने बयानों से हलचल पैदा कर दिये थे कि किसी हिंदुस्तानी स्टडी में यह सामने नहीं आया है कि तंबाकू के इस्तेमाल से कैंसर होता है।
उन्होंने यह भी कहा था कि वास्तव में तंबाकू के खाने से से हाज़मा बेहतर होता है। जुमे के रोज़ अहमदनगर जिले की श्रीगोन्दा तहसील में अधल गांव में गांधी ने कहा था कि, “किसी स्टडी में ऐसा नहीं बताया गया है कि तंबाकू के इस्तेमाल से कैंसर होता है। ऐसे लोग रहे हैं जिन्होंने तंबाकू का इस्तेमाल किया और वह 100 सालों तक जिंदा रहे।”