नई दिल्ली, 2 जुलाई: ( पी टी आई ) मर्कज़ी वज़ीर फायनेंस पी चिदम़्बरम ने गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को एक इंतिहाई इंतिशार पसंद शख्सियत क़रार देते हुए आज कहा कि बी जे पी अपने दाग़ नहीं बदल सकी है और आइन्दा लोक सभा इंतेख़ाबात में आवाम इस पार्टी ( बी जे पी ) को मुस्तरद कर देंगे क्योंकि वो इन नज़रियात की नुमाइंदगी करती है जो सब की शमूलीयत और सेक्युलरिज़्म के ख़िलाफ़ हैं।
चिदम़्बरम ने बी जे पी पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो यकसाँ सिविल कोड , अयोध्या और दफ़ा 370 की तंसीख़ जैसे इंतिशार पसंद मौज़ूआत उठाती है और रायदही के वक़्त आवाम इन तमाम इंतिशार पसंद मसाइल पर अपने रद्द-ए-अमल का इज़हार करेंगे ।
चिदम़्बरम ने मोदी को बी जे पी की इंतेख़ाबी मुहिम कमेटी का सरबराह बनाने पर मज़ाक़ उड़ाते हुए कहा कि वो (मोदी ) एक ऐसे इंतिशार पसंद शख़्स हैं कि उनके इस इंतेख़ाब पर ख़ुद उनकी ही पार्टी ज़बरदस्त फूट और इंतिशार की शिकार हो गई और आला सतह से बग़ावत का इज़हार किया जाने लगा ।
चिदम़्बरम दरअसल मोदी के इंतेख़ाब पर आडवानी के इस्तीफे का हवाला दे रहे थे । चिदम़्बरम ने कहा कि हम समझते हैं कि मोदी एक इंतिहाई इंतिशार पसंद शख्सियत हैं। यही वजह थी कि उन के सबब ख़ुद उनकी ही पार्टी में ज़बरदस्त बग़ावत हुई है और बी जे पी की इंतिहाई आला सतह पर हम ने पहली मर्तबा बग़ावत होते देखा है ।
सीनीयर कांग्रेस लीडर चिदम़्बरम ने मज़ीद कहा कि मोदी को बी जे पी में वज़ारत ए उज़्मा का उम्मीदवार बनाए जाने की सूरत में मेरे ख़्याल में आवाम के कई तब्क़ात बी जे पी को वोट देने के बारे में ख़ौफ़-ओ-अंदेशे रखते हैं लेकिन बी जे पी को सिर्फ़ यही एक पसंद है और एक मर्तबा बी जे पी अपनी पसंद का इंतेख़ाब कर लेगी तो आवाम भी अपनी पसंद का इंतेख़ाब करेंगे ।
चिदम़्बरम इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि आया बी जे पी मोदी को वज़ारत-ए-उज़मा ( वज़ीर ए आज़म ) का उम्मीदवार बनाए जाने की सूरत में कांग्रेस को फ़ायदा होगा । चिदम़्बरम ने कहा कि मैं इसको एक वाजिबी बहस तसव्वुर नहीं करता कि बी जे पी में वज़ीर ए आज़म का उम्मीदवार कौन होगा क्योंकि ये बी जे पी का अपना मसला है ।
हमारी दिलचस्पी का मौज़ू ये है कि आवाम किसको वोट देंगे और यही सबकी दिलचस्पी का सवाल भी है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस किस उम्मीदवार के ख़िलाफ़ नहीं लड़ रही है बल्कि वो हिंदुस्तान के लिए अपने नज़रियात के मुताबिक़ दीगर जमाअतों से मुक़ाबला कर रही है ।
हिंदुस्तान के बारे में हमारा नज़रिया है कि हिंदुस्तान एक सेक्युलर मुल्क है जो अपने तमाम शहरियों की यकसाँ तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली चाहता है । एक ऐसा हिंदुस्तान जो आवाम के किसी एक तबक़ा बिलखुसूस सब से ज़्यादा महरूम मुराआत तबक़ात को पीछे नहीं छोड़ता ।
लेकिन हिंदुस्तान के बारे में बी जे पी का नज़रिया बिलकुल मुख़्तलिफ़-ओ-जुदागाना है जिस को 2004 और 2009 में शिकस्त हो गई । बिलक्सूस 2004 में उस वक़्त शिकस्त हुई जब इस के बाअसर लीडर वाजपाई बी जे पी की क़ियादत कररहे थे । उन्होंने (बी जे पी ) इस हक़ीक़त को कुबूल नहीं किया कि वाजपाई ने छः साल तक जिस तर्ज़ पर हुक्मरानी की वो मज़ीद एक मीआद की मुस्तहिक़ नहीं थी चुनांचे अवाम ने बी जे पी को मुस्तरद कर दिया था।
चिदम़्बरम ने बिलवास्ता तौर पर अडवानी का हवाला देते हुए कहा कि 009 में मुल्क के आवाम ने उन्हें मुस्तरद कर दिया जो ख़ुद को ताक़तवर लीडर की हैसियत से पेश करते हुए अपने मद्द-ए-मुक़ाबिल को ग़लत अंदाज़ में कमज़ोर लीडर के तौर पर पेश कर रहे थे लेकिन आवाम ने बी जे पी के नज़रिया को फिर एक मर्तबा मुस्तरद कर दिया।
उन्होंने कहा कि बी जे पी हिंदुस्तान के बारे में जिस क़दीम नज़रिया का इज़हार कर रही है 2014 के इंतेख़ाबात में भी आवाम उस को मुस्तरद कर देंगे । इस सवाल पर कि आया मोदी की शक्ल में एक ताक़तवर लीडर से कांग्रेस ख़ौफ़ज़दा होगी । चिदम़्बरम ने जवाब दिया कि मैं नहीं जानता कि कौन ताक़तवर है और कौन कमज़ोर है , 2009 में एक मर्द ए आहन ( आडवानी ) को पेश किया गया था लेकिन हमें पहले के मुक़ाबला 61 ज़ाइद नशिस्तें हासिल हुईं और उन्हें ( बी जे पी को ) पहले के मुक़ाबले कम नशिस्तें हासिल हुई थीं।
चिदम़्बरम का ये रिमार्क आडवानी पर एक और तन्क़ीद है क्योंकि 2009 के इंतेख़ाबात में आडवानी को बी जे पी ने एक ताक़तवर लीडर और एक मर्द ए आहन ( Iron Man) के तौर पर पेश करते हुए मनमोहन सिंह को कमज़ोर लीडर क़रार दिया था ।
चिदम़्बरम ने कहा कि इस ज़िमन में कमज़ोर और ताक़तवर दरअसल ख़्याली बातें हैं और मुझे इस बात पर तशवीश है कि मीडिया भी इसी ख़्याली बातों को अहमियत देने लगा है । बी जे पी पर तन्क़ीद करते हुए चिदम़्बरम ने कहा कि इस पार्टी ( बी जे पी ) के सदर सेक्युलरिज़्म का मज़ाक़ उड़ाते हुए इस को सेक्युलराइट्स कह रहे हैं जिस से ज़ाहिर हो गया है कि बी जे पी क़ाइदीन को सेक्युलरिज़्म पर यक़ीन नहीं है ।
चिदम़्बरम ने कहा कि अडवानी ने हाल ही में कहा था कि जम्मू-ओ-कश्मीर को ख़ुसूसी मौक़िफ़ देने वाली दस्तूरी दफ़ा 370 को मंसूख़ किया जाना चाहीए । चंद दूसरे बी जे पी क़ाइदीन कहते हैं कि बाबरी मस्जिद का इन्हिदाम दुरुस्त था और अयोध्या में इस मुक़ाम पर राम मंदिर बनाया जाना चाहीए जिसका मतलब ये हुआ कि बी जे पी अपनी दागदार ज़हनियत बदलने में नाकाम हो गई है ।