मसअले कश्मीर पर अमरीकी सदर बराक ओबामा और वज़ीरे आज़म नरेंद्र मोदी के दरमियान बात चीत के दौरान कोई ज़िक्र नहीं हुआ जबकि दोनों की इस हफ़्ता वाईट हाउस में मुलाक़ात हुई, सीनियर अमरीकी ओहदेदारों ने ये बात कही।
नज़्मो नस्क़ के ओहदेदारों ने बताया कि ओबामा ने ताहम मोदी की पड़ोसी ममालिक के क़ाइदीन बाशमोल वज़ीरे आज़म पाकिस्तान नवाज़ शरीफ़ को मदऊ करने की कोशिशों की ताईद की और उन के साथ बेहतर रिश्ते उस्तिवार करने की सुई की हिमायत की।
वाईट हाउस में क़ौमी सलामती कौंसिल से वाबस्ता सीनियर डायरेक्टर बराए हिंद ने मीडिया राउन्ड टेबल में बैरूनी नामा निगारों के मुंतख़ब ग्रुप को बताया कि उन्हें लग भग सौ फीसदी यक़ीन है कि लफ़्ज़ कश्मीर का ओबामा – नरेंद्र मोदी के दरमियान बात चीत के दौरान कोई ज़िक्र नहीं हुआ।
रेनर ने कहा, मैं समझता हूँ कि दोनों क़ाइदीन की गुफ़्तगु काफ़ी मुसबत अंदाज़ में हुई, ना सिर्फ़ हमारे बाहमी रिश्ता के ताल्लुक़ से तबादले ख़्याल हुआ बल्कि मेरे ख़्याल में वज़ीरे आज़म मोदी तरक़्क़ी में दिलचस्पी रखते हैं और अपने पाकिस्तानी हम मंसब के साथ बाहमी रवाबित को बढ़ाने के ख़ाहिशमंद भी हैं और यही ख़्याल का उन्हों ने इज़हार किया।