नई दिल्ली, 30 जनवरी: वज़ीर ए आज़म के ओहदे के लिए नरेंद्र मोदी का नाम उछाले जाने के बाद एनडीए में सियासी जंग तेज हो गयी है। बीजेपी में गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी की ताइद में एक के बाद एक कई आवाजें उभर कर सामने आ रही हैं। सीनीयर लीडर यशवंत सिन्हा के बाद अब सीपी ठाकुर, राम जेठमलानी ने भी मोदी को वज़ीर ए आज़म के ओहदे का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया है। साथ ही इन लीडरों ने पार्टी से मोदी के नाम का ऐलान करने का मुतालिबा किया।
माना जा रहा है कि बीजेपी में मोदी के ताईद की यह मुहिम और तेज होगी। खासतौर पर शत्रुघ्न सिन्हा, बलबीर पुंज व महेश जेठमलानी समेत कई लीडर जल्द ही मोदी के ताइद में मैदान में उतर सकते हैं।
लोकसभा में अपोजिशन की लीडर सुषमा स्वराज ने कहा है कि बीजेपी वज़ीर ए आज़म के ओहदे के लिए अपना उम्मीदवार मुनासिब वक्त पर तय करेगी। सुषमा ने कहा है कि हम पहले ही कह चुके हैं कि जब सही वक्त आएगा पार्टी इस मुद्दे पर फैसला करेगी।
बीजेपी की सीनीयर लीडर व मध्य प्रदेश की साबिक वज़ीर ए आला उमा भारती ने मोदी की उम्मीदवारी का फैसला पार्टी के सदर राजनाथ सिंह पर छोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि गुजरात के वज़ीर ए आला नरेंद्र मोदी की पार्टी में किरदार का फैसला कौमी सदर राजनाथ सिंह लेंगे। उमा भारती ने कहा है कि वज़ीर ए आज़म के ओहदे को लेकर बीजेपी में कोई तनाज़ा नहीं है |
वहीं, एनडीए के इत्तेहादी जमात ( पार्टी) शिवसेना और जद (यू) मोदी के नाम पर सहमत नहीं दिख रहे हैं। शिवसेना ने मोदी की बजाए लोकसभा में अपोजिशन की लीडर सुषमा स्वराज को पीएम के ओहदे का सबसे बेहतर उम्मीदवार बताया है। पार्टी लीडर संजय राउत ने मंगल के दिन कहा कि बाला साहब ठाकरे ने भी सुषमा के नाम की ताइद किए थे। जद (यू) भी नरेंद्र मोदी के नाम पर सहमत नहीं है।
जद (यू) ने वाजेह कर दिया है कि वह नरेंद्र मोदी को पीएम ओहदे का उम्मीदवार कुबूल नहीं करेगा। खास बात यह है कि मोदी की ताइद में यशवंत सिन्हा के बयान के बाद जद-यू के तेवर तल्ख हो गए हैं। जद (यू) के तर्जुमान नीरज कुमार का कहना है कि पार्टी अपने फैसले पर कायम है। उन्होंने कहा कि एनडीए के कनविनर शरद यादव हैं।
फैसला एनडीए को करना है कि इस इतेहाद की ओर से पीएम ओहदे का उम्मीदवार कौन होगा।