नरेंद्र मोदी ने पहली बार बरसर-ए-आम तस्लीम किया कि उसकी बीवी की वजह से उन्हें कांग्रेस क़ाइद दिग्विजय सिंह की सख़्त तन्क़ीद का सामना करना पड़ रहा है।
उन के भाई ने इनका भरपूर दिफ़ा किया है और कहा कि नरेंद्र मोदी की शादी एक समाजी रस्म थी। कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह ने कहा था कि मोदी अपने शादीशुदा मौक़िफ़ को तस्लीम करचुके हैं।
क्या इस मुल्क की कोई भी औरत एसे मर्द पर यक़ीन करसकती है जो औरत को हिरासाँ करता हो, अपनी बीवी को इसके हक़ से महरूम करता हो। उन्होंने ख़वातीन से अपील की कि मोदी के ख़िलाफ़ वोट दें।
62 साला वज़ीफ़ा याब टीचर जशोदाबेन ने मोदी से उस वक़्त शादी की थी जब वो नौजवान थे और उन से इस लिए अलाहदगी इख़तियार करली कि वो आर एस एस के प्रचारक थे।
मोदी के भाई सोमा भाई ने कहा कि मोदी का मौजूदा मौक़िफ़ इस वाक़िये की बिना पर मुक़र्रर नहीं किया जा सकता। अपने छोटे भाई की सताइश करते हुए सोमा भाई ने कहा कि नरेंद्र भाई 6 भाई बहनों में सब से मुख़्तलिफ़ थे।
उन्हें क़ौम की ख़िदमत से दिलचस्पी थी लेकिन कोई भी उन के क़ौमी की ख़िदमत के जज़बे का तख़मीना नहीं लगा सकता। उन्हें स्वामी स्वामी विवेकानंद और महात्मा गौतम बुद्ध से बेहद अक़ीदत थी।
मोदी के अरकाने ख़ानदान उनके बारे में बहुत कम वाक़फ़ियत रखते हैं क्योंकि उन्होंने अपने ख़ानदान से ज़्यादा रब्त बरक़रार नहीं रखा। उन के एक और भाई प्रलाद ने कहा कि मोदी ने कभी भी अपने शादीशुदा होने की तरदीद नहीं की।
साबिक़ा इंतेख़ाबात में उन्होंने ये कालम ख़ाली छोड़ दिया था।