मोदी के करीबी जफर को मुस्लिम लॉ बोर्ड की बैठक से निकाला गया

जयपुर : राजस्थान के स्कूलों में “सूर्य नमस्कार” लाज़मी किए जाने के सरकारी फैसले के मुखालिफत में हुई ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में मोदी के करीबी जफर सरेशवाला की मौजूदगी को लेकर खूब हंगामा मचा. कल जयपुर में हुई बैठक में मोदी के करीबी जफर सरेशवाला भी शामिल हुए थे, जिस पर जमकर बवाल मचा था. बताया जा रहा है कि एहतिजाज के बाद उन्हें बैठक से निकाल दिया गया.

बोर्ड की बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी कारोबारी जफर सरेशवाला की मौजूदगी पर ओवैसी ने सवाल खड़े किए और कुछ देर के लिए हंगामा भी हुआ. इस दौरान उनके खिलाफ नारेबाजी भी हुई. हंगामे के बाद सरेशवाला को बाहर कर दिया गया. हालांकि सरेशवाला का कहना है कि वो किसी से मिलने बैठक में गए थे और फिर चले आए.

जयपुर में हुई बैठक में बोर्ड ने कहा कि मोदी सरकार बनने के बाद अक्लियतों के खिलाफ माहौल नासाज़गार हुआ है. बोर्ड ने सूर्य नमस्कार करने के सरकारी फैसले के एहतिजाज का एलान किया. जयपुर में दो दिनों तक चले बोर्ड की बैठक में पर्सनल लॉ में बदलाव और घरवापसी जैसे मुद्दों पर भी अपना सख्त एतराज जताया.

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने साफ कहा कि मुसलमान सूर्य को खुदा नहीं मानते हैं लिहाजा उनके नमस्कार का सवाल ही नहीं है. बोर्ड ने राजस्थान सरकार से फौरन इस फैसले को वापस लेने की मांग की. बोर्ड की बैठक में सूर्य नमस्कार के अलावा स्कूलों में योग की तालीम के मुद्दे पर अदालती लड़ाई लड़ने का फैसला भी हुआ है. बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस मसले पर कानूनी लड़ाई के अलावा मुल्कभर में मुहिम भी चलायी जाएगी.

उधर, बीजेपी ने साफ कहा है कि तालीम को मजहब से जोड़ना गलत है. पार्टी का मानना है कि एहतिजाज करनेवाले बच्चों के मुस्तकबिल के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं