मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एम आर एम) की गुजरात यूनिट के कम से कम 75 अरकान कल यहां से रवाना हुए जो उत्तरप्रदेश के हलक़ा लोक सभा वाराणसी पहूंच कर बी जे पी वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के हक़ में वोट देने के लिए अक़ल्लियती तबक़ा के राय दहन्दों से अपील करेंगे।
हलक़ा वारानसी से नरेंद्र मोदी मुक़ाबला कररहे हैं जहां 12 मई को राय दही होगी। एम आर एम गुजरात यूनिट के चीफ़ कन्वीनर अब्दुलग़नी अबदुल्लाह भाई क़ुरैशी ने गुजिश्ता रोज़ वाराणसी रवाना होने से क़बल पी टी आई से बातचीत करते हुए कहा कि वाराणसी के 3.48 लाख मुस्लिम राय दहन्दों तक रसाई और मर्कज़ में बी जे पी के हसूल-ए-इक्तदार में मदद के तौर पर मोदी को वोट देने की दरख़ास्त करना हमारा मंसूबा है।
उन्होंने कहा कि मोदी के लिए सरगर्म मुहीम के मक़सद से गोधरा, वदूदरा, दोहाड, नवसारी, वलसाड, अहमदाबाद और दीगर मुक़ामात के एम आर एम अरकान वाराणसी रवाना होरहे हैं। अब्दुलग़नी क़ुरैशी ने कहा कि गुजरात के एम आर एम अरकान वारानसी के मुसलमानों पर ज़ोर देंगे कि वो वोट बैंक सियासत का शिकार ना बनें।
वारानसी के मुसलमानों को बताया जाएगा कि 2001 में नरेंद्र मोदी के बरसर-ए-इक्तदार आने के बाद से गुजरात की तरक़्क़ी के मॉडल से इस रियासत के मुसलमानों को किस तरह फ़ायदा पहूंच रहा है और इस बुनियाद पर मोदी को वोट देने की अपील की जाएगी। 2002 के बाद गोधरा वाक़ियात से फूट पड़ने वाले फ़सादात के बारे में मोदी के ख़िलाफ़ आइद इल्ज़ामात के बारे में गुजरात अक़ल्लियती बोर्ड के साबिक़ सदर नशीन अब्दुलग़नी क़ुरैशी ने कहा कि अगर मोदी इन फ़सादात में मुलव्वस होते तो गुजरात पुलिस 1200 राउंडस फायरिंग ना करती और 200 फ़सादियों को हलाक ना किया जाता था।
ये अदालत ने उन्हें (मोदी को) बरी कर दिया है और गुजरात में गुजिश्ता 13 साल के दौरान फ़साद का एक वाक़िया भी रूनुमा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मोदी मुल्क का आइन्दा वज़ीर-ए-आज़म बनाने के लिए एम आर एम ने मुल्क गीर मुहीम शुरू की है जिसके एक हिस्सा के तौर पर हमारे वर्कर्स शऊर बेदारी प्रोग्रामों के ज़रिया घर पहूंच कर मुहीम चला रहे हैं और बड़े जलसे किए जा रहे हैं।
अब्दुलग़नी क़ुरैशी ने कहा कि मुल्क के मुसलमान आज़ादी के बाद से उनके साथ रवा रखे जाने वाले सुलूक के बारे में सोच रहे हैं। मुस्लिम बिरादरी में क़ियादत का फ़ुक़दान है और एम आर एम इस तबक़ा को तरक़्क़ी दिलाने में मदद करेगी।