नई दिल्ली 30 जनवरी- बी जे पी में गुजरात के वज़ीर-ए-आला नरेंद्र मोदी को वज़ीर-ए-आज़म के ओहदे का उम्मीदवार का ऐलान किए जाने की मांग को लेकर छिड़ी बहस के दरमयान अहम मुस्लिम तंज़ीम जमीयत-ए-उलमा – ए – हिंद ने कहा है कि पार्टी को मोदी के नाम का ऐलान कर देना चाहीए और फिर मुल्क की अवाम फ़ैसला कर देगी कि मुबय्यना फ़िर्कावाराना शख़्सियत को मुल्क की सब से ऊंची कुर्सी पर बैठना चाहीए या नहीं।
जमईयत सरबराह मौलाना अरशद मदनी ने कहा, हम तो कह रहे हैं कि बी जे पी मोदी को वज़ीर-ए-आज़म के ओहदे का उम्मीदवार का ऐलान कर दे और फिर मुल्क की अवाम फ़ैसला कर देगी कि ऐसे शख़्स को मुल्क का वज़ीर-ए-आज़म बनना चाहीए या नहीं।
उन्हों ने कहा, मुल्क का मिज़ाज सैकूलर है और हमें मुकम्मल एतिमाद है कि अवाम सही फ़ैसला करेगी. गुजरात में मोदी को कई मुक़ामात पर मुस्लिम वोट मिलने की तरफ़ तवज्जा दिलाने पर मदनी ने कहा, असेंबली इंतिख़ाबात अपनी जगह होता है, जहां लोग मुक़ामी मसाइल को देख कर वोट देते हैं. पारलीमानी इंतिख़ाबात में हालात मुकम्मल तौर पर मुख़्तलिफ़ होते हैम।
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क़ाबिल-ए-ज़िकर है कि बी जे पी में यशवंत सिन्हा और रामजेठ मलानी जैसे लीडर मोदी को वज़ीर-ए-आज़म के ओहदे का उम्मीदवार का ऐलान करने की खुल कर पैरवी कर रहे हैं. उस को लेकर इन दिनों बहस छड़ी हुई है। (एजेंसी)