मोदी को नहीं मिलेगी पीएम जैसी सेक्युरिटी, शिंदे ने किया इंकार

पटना में रैली के दौरान हुए धमाकों से परेशान बीजेपी ने अपने पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए भी वज़ीर ए आज़म के सामने सेक्युरिटी की मांग की है। हालांकि, हुकूमत की ओर से भी यह साफ कर दिया गया है कि मोदी की सेक्युरिटी मुनासिब है और फिलहाल उसे बढ़ाने या एसपीजी सेक्युरिटी देने पर कोई गौर नही किया जा रहा है । बीजेपी की सेक्युरिटी बढ़ाने की मांग को मरकज़ के वज़ीर ए दाखिला सुशील कुमार शिंदे ने खारिज कर दिया। वहीं, आरपीएन सिंह (Union Home Minister) ने कहा कि मोदी को एनएसजी सेक्युरिटी हासिल कई दिगर खुसूसी लोगों के मुकाबले अभी भी तीन-चार गुनी ज्यादा सेक्युरिटी दी जा रही है।

इंडियन मुजाहिद्दीन की फहरिस्त में एक से लेकर 10 नंबर तक मोदी के हिटलिस्ट में होने से परेशान बीजेपी ने इस मुद्दे पर हुकूमत पर दबाव बढ़ा दिया है। बीजेपी ने हुकूमत को आगाह किया है कि सियासी वजुहात से उनकी सेक्युरिटी में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। पिछले कुछ महीनों में यूं तो मरकज़ी हुकूमत ने नरेंद्र मोदी की सेक्युरिटी बढ़ाई है लेकिन बीजेपी उससे मुतमईन नहीं है।

पार्लीमानी बोर्ड की बैठक में एक तजवीज पास कर बीजेपी ने कहा कि जिस तरह पटना में धमाका हुआ, उससे खदशा बढ़ गया है कि बीजेपी की कियादत को ही मिटाने की कोशिश थी। मरकज़ और रियासती हुकूमत को कठघरे में खड़ा करते हुए पार्टी तर्जुमान प्रकाश जावडे़कर ने कहा कि सेक्युरिटी में दोनों की तरफ से चूक हुई है। बिहार पुलिस ने तो पूरी तरह लापरवाह रही।

बीजेपी ने हुकूमत को आगाह किया कि इस तरह का वाकिया दोबारा नहीं होना चाहिए। साथ ही सेक्युरिटी नेज़ाम को दुरुस्त करने की मांग की। यह पूछे जाने पर कि मोदी के लिए किस तरह की सेक्युरिटी चाहते हैं, जावडे़कर ने कहा कि यह हुकूमत जानती है। बिलावास्ता तौर पर यह इशारा दिया गया कि मोदी पर खतरे को देखते हुए उन्हें भी वज़ीर ए आज़म की तरह ही एसपीजी सेक्युरिटी मिलनी चाहिए।

बीजेपी की मांग पर सुशील कुमार शिंदे ने जहां कानूनी शराईत का हवाला दिया, वहीं आरपीएन सिंह ने कहा कि मोदी की सेक्युरिटी में एनएसजी के 108 जवान लगाए गए हैं। जो 36-36 की तादाद में तीन शिफ्टों में उनकी सेक्युरिटी कर रहे हैं। कई अहम लीडरों के मुकाबले मोदी की सेक्युरिटी कहीं ज्यादा है।

लिहाजा इसे सियासी रंग नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंतेखाबी औकात में कई प्रोग्राम आखिरी वक्त पर तय होते हैं, जिसके लिए सेक्युरिटी इंतेजाम करने में थोड़ी मुश्किल होती है। लेकिन उसके लिए भी गौर किया जा रहा है। बता दें कि वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह, कांग्रेस नायबसदर राहुल गांधी और बीजेपी के सीनीयर लीडर लालकृष्ण आडवाणी को एसपीजी सेक्युरिटी मिली हुई है।

प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ‘हम उम्मीद करते हैं कि हुकूमत मोदी पर खतरे को संजीदगी से लेगी और सेक्युरिटी पर सियासत नहीं करेगी। हमारी मांग है कि मोदी को पूरी सेक्युरिटी मिले।’

सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि ‘मुल्क में एक कानून है और उसके मुताबिक ही किसी को एसपीजी सेक्युरिटी दी जाती है। नरेंद्र मोदी पहले से ही एनएसजी के सेक्युरिटी के घेरे में हैं।’