उत्तर प्रदेश: साल 2014 जब भारत में लोकसभा चुनावों का दौर था और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बने मोदी ने खूब सारी रैलियां करने पर जोर पकड़ा हुआ था और उनकी रैलियों में खूब भीड़ जमा होती थी। मोदी जानते थे कि लोग कांग्रेस से तंग आए हुए हैं तो उन्होंने इस बात का खूब फायदा उठाते हुए झूठ बोल-बोलकर लोगों को अपनी ओर खींचा। इलाहबाद में हुई मोदी की एक रैली में भीड़ देखकर कहा गया था कि इतनी भीड़ शायद किसी रैली में कभी नही हुई और न होगी। लेकिन अब लोग अब मोदी के झूठ को अच्छी तरह समझ चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि इलाहाबाद में मायावती की महारैली में एक दिन पहले से ही जिस तरह से भीड़ पूरे शहर में बसपा के समर्थन में इकट्ठा हो गई उससे साफ है कि मायावती ने मोदी की रैली का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लाखों की तादाद में जमा हुई भीड़ देखकर लग रहा है कि यूपी की जनता मायावती को अपना नेता बनाना चाहती है। ऐसी रिकॉर्डतोड़ भीड़ को देखकर विरोधी पार्टियों के होश उड़ गए है।