पीर को अवामी दरबार प्रोग्राम के बाद वज़ीरे आला नीतीश कुमार गुजरात के वज़ीरे आला नरेंद्र मोदी को लेकर पूछे गये हर सवाल को टालते रहे,पर बार-बार हो रहे सवाल पर रेल वज़ीर का कामकाज संभाल चुके वज़ीरे आला ने रेलवे की लहजे में कहा कि आगे बढ़िए, लूप लाइन के बजाय मेन लाइन में आइए। फिर उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि हम एनडीए का हिस्सा थे। भाजपा को पता था कि हमारी पार्टी की क्या पॉलिसी हैं, बुनियादी असूल क्या हैं, लेकिन हमारी राय के बार अकसी भाजपा ने कई सियासी फैसला सोच-समझ कर लिये। इसलिए भाजपा के साथ इत्तिहाद पर किसी तरह का गौर करने का तो सवाल ही नहीं उठता है।
लोकसभा इंतिखाबात में जदयू अकेले जायेगा या फिर किसी पार्टी के साथ तालमेल होगा, इसका फैसला अक्तूबर के बाद हो जायेगा. अभी पार्टी का एसेम्बली इलाक़े की सतह पर कारकुन कोन्फ़्रेंस चल रहा है। उसके बाद जिला या लोकसभा सतह पर कोन्फ्रेंस होगा। अक्तूबर में रियसती सतह तरबियत कैंप शरीक कोन्फ़्रेस है। इसके बाद ही फैसला लिया जायेगा कि किस फ्रंट में शामिल होना है या किस पार्टी के साथ इत्तिहाद हो। सीएम का बयान ऐसे वक़्त में आया है, जब इतवार को जम्मू-कश्मीर में पार्टी के क़ौमी सदर शरद यादव ने कांग्रेस और भाजपा से बराबर दूरी बताते हुए मर्कज में तीसरे मोरचे की हुकूमत बनने की बात कही थी। भाजपा और कांग्रेस से दूरी के सवाल पर वज़ीरे आला ने कहा कि भाजपा से तो तालमेल का सवाल ही पैदा नहीं होता है। बाकी दीगर दलों से तालमेल या फ्रंट की बात है, तो अक्तूबर के बाद इस पर फैसला लिया जायेगा।